नीर लिए नैनों में
सुदामा दुबे सीहोर(मध्यप्रदेश) ******************************************* वेदना के स्वर लिए वो श्वांस के सितार पर,हिये से अधीर हुई लुटे से दयार पर। नीर लिए नैनों में कर रही विलाप वो,देख रही बार-बार बिखरी-सी बहार पर। तोड़ गए रिश्ते सभी पात सुमन शाख से,दूर को गए कहीं वो बैठ रथ बयार पर। छाँव से हुई विहीन काँप रही ताप … Read more