नीर लिए नैनों में

सुदामा दुबे सीहोर(मध्यप्रदेश) ******************************************* वेदना के स्वर लिए वो श्वांस के सितार पर,हिये से अधीर हुई लुटे से दयार पर। नीर लिए नैनों में कर रही विलाप वो,देख रही बार-बार बिखरी-सी…

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जलते मुझे अंगार मिले

सुदामा दुबे सीहोर(मध्यप्रदेश) ******************************************* चंदन मैंने चूमना चाहा लिपटे व्याल हजार मिले,अम्बर मैंने छूना चाहा जलते मुझे अंगार मिले। कुदरत की मैंने देखी है रीत निराली-सी भाई,फूलों को सहलाना चाहा कंटक…

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बातें रीति-नीति ज्ञान की

सुदामा दुबे सीहोर(मध्यप्रदेश) ******************************************* विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा विशेष…… किताबें बताती बातें रीति-नीति ज्ञान की,कहानियाँ सुनाती बातें आन-बान-शान की। वित्त विधि भाषा संग गौरव इतिहास का,भौतिकी भूगोल भार बातें अंक मान…

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चंचल-चपला चंद्रमुखी

सुदामा दुबे सीहोर(मध्यप्रदेश) ******************************************* चंचल-चपला-सी चंद्रमुखी,फूलों-सी लगे महकी-महकी।गुलमोहर-सा सिंदूरी बदन,हिये प्रीत अगन दहकी-दहकी॥ निकसी श्रृंगार किए घर से,अपने प्रीतम से मिलने को।गुलनार सुघड़ मनमोहिनी-सी,भावों से भरी गहकी-गहकी॥चंचल-चपला-सी… रसना से मौन लिए…

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नैना मतवारे

सुदामा दुबे सीहोर(मध्यप्रदेश) ******************************************* कैश तेरे कारे कजरारे,झूमे अल्हड़ झोंरे से !गाल गुलाबी गोरे-गोरे,दमक रहे मरू धोंरे से!! चमके तेरा बदन सिंदूरी,गुलमोहर के फूलों-सा!झीनी-झीनी चुनर तेरी,अंग दिखाये कोरे से!! गोल-गोल नैना…

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महुआ मस्ती करने लगा

सुदामा दुबे सीहोर(मध्यप्रदेश) ******************************************* मीठे-मीठे फल से अपने,गोद मही की भरने लगा।महक लिए मादक मतवारी,महुआ मस्ती करने लगा॥ सरस सारिका राग छेड़ रही,नव किसलय की ओट लिए।बौर देख बौराई शाखें,अंब से…

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चुभन

सुश्री नमिता दुबेइंदौर(मध्यप्रदेश)******************************************** सारिका इंदौर मे जन्मी भारतीय संस्कारों में घड़ी रुड़की से आई.आई.टी. कर अमेरिका की एक नामी कम्पनी कार्यरत थी, कार्य के दौरान ही उसका परिचय सूरज से…

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आधार है हिंदी

सुदामा दुबे सीहोर(मध्यप्रदेश) ******************************************* अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस स्पर्धा विशेष…. वाणी का श्रृंगार है हिंदी,जीवन का आधार है हिंदी। निश्छल निर्मल सरिता जैसी,सरस सुधा की धार है हिंदी। ममता इसमें अपनेपन की,माँ…

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रास्ता भटक गया

सुदामा दुबे सीहोर(मध्यप्रदेश) ******************************************* यादों के कोहरे में रास्ता भटक गया,बिसरी हुई बातों में आज फिर अटक गया! बीत गई थी सदियाँ जिनको भूले हुए,उनके ही आँगन में काँरवा पटक गया!…

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मेरे हमसफ़र

पूनम दुबेसरगुजा(छत्तीसगढ़) **************************** काव्य संग्रह हम और तुम से..... मेरे हमसफ़रमेरा प्यार…।साथ तुम्हारा पाया है,कटता कैसे तुम बिन,इतनी कठिन ऐसी डगर।ओ मेरे हमसफ़र… छूटा जब बाबुल का आँगन,संग तुम्हारे आ गई…

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