लौटकर आ गया ‘कोरोना’
राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** बीत गया है बीस का कहर,भरने लगी गली-गली शहर।भूल गए सावधानी की डगर,गया नहीं है कोरोना का कहर। आते-जाते लोगों के संग,देखा गया कोरोना का रंग।रंग अब बहुत गहराया है,पुनः कोरोना हमें डराया है। कोरोना को हम दे रहे थे मात,देते-देते सावधानी का छूटा साथ।देखो जी अब बिगड़ गई है … Read more