विधि का विधान

डॉ. रामबली मिश्र ‘हरिहरपुरी’वाराणसी(उत्तरप्रदेश)****************************************** विधि का चलता यहाँ विधाना।दृश्य अदृश्य विधान महाना॥ कण-कण जग का विधि संचालित।सारा जग विधि पर आधारित॥ सब निमित्त हैं विधि कर्त्ता हैं।विधि सारे जग के भर्त्ता हैं॥ विधि ही ब्रह्मा विष्णु महेशा।कार्तिकेय अरु बुद्धि गणेशा॥ एकमात्र हैं विधि अविनाशी।क्षिति जल पावक गगन निवासी॥ देख उन्हीं को वही सकल हैं।सर्वगुणी सम्पन्न … Read more

दृष्टिकोण

मधु मिश्रानुआपाड़ा(ओडिशा)********************************************* पिछले वर्ष नवरात्रि में रायपुर अपने भैया के घर गई थी। दोपहर का समय था,गेट में कुछ बच्चों की आवाज़ सुनकर मैं भी भाभी के साथ बाहर निकली तो देखा,कुछ लड़कियाँ बाहर खड़ी थी। उनमें से एक ने भाभी को देखते ही कहा-“आँटी कुँवारी खिलाओगी क्या ? कब आएं हम लोग..?”तो जवाब में … Read more

प्रतिमा

मधु मिश्रानुआपाड़ा(ओडिशा)********************************************* एक मूर्तिकार,माँ की प्रतिमा को गढ़ रहा था…असंख्य लोगों की आशाएँ…आकांक्षाएँ मूर्ति में समेट रहा था,आशान्वित है कि प्रतिमा बनेगी,एक जीवित स्वरूप…जो निहारे माँ का चेहरा,उसे लागे रूप अनूप॥सजीव छवि जब माँ की नज़र आए…तभी तो माँ के चरणों में भक्त,आशा का दीप जलाए…धीरे-धीरे माँ की प्रतिमा,अब हो गई थी तैयार…पर रत्ती भर … Read more

लगाओ गले

डॉ. रामबली मिश्र ‘हरिहरपुरी’ वाराणसी(उत्तरप्रदेश)****************************************** मिले लगाओ जो गले,चलते रहना वीर।जाना अपने लक्ष्य तक,रुक मत जाना धीर॥ मिलें राह में हमसफर,और चलें यदि संग।पहनाओ माला उन्हें,भरकर जोश-उमंग॥ साथ छोड़ना मत कभी,यदि वे चाहत साथ।साथ निभाने का नियम,रहे हाथ में हाथ॥ सजा चलेगा कारवां,सदा रहेगा साथ।रक्षा का संकल्प ले,बन जा दीनानाथ॥ रामचन्द्र की मंडली,को करना तैयार।साथी-संगी-मित्र … Read more

उड़ जाने को जी करता है

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)*********************************************** सपनों वाले पंखों से फिर,उड़ जाने को जी करता है।बचपन के उन गलियारों में,मंडराने को जी करता है॥ थका-थका लगता मेरा मन,है बोझिल-बोझिल सा जीवन।याद आ रहा है मुझको अब,हरा-भरा वो घर का आँगन॥गाँवों की प्यारी चौपालें,झुकी हुईं वो तरु की डालें।उन डालों पर बैठे-बैठे,फल खाने को जी करता है॥ आते … Read more

सतर्क भारत,समृद्ध भारत

गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)***************************************************** किसी भी राष्ट्र के निर्माण में प्रमुख महत्व वहाँ के लोगों के उत्साह एवं निष्ठा का ही होता है। राष्ट्र के लोग जब आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प के साथ अपने किसी लक्ष्य की ओर चल निकलते हैं,उस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए समुचित साधनों,तकनीकों और व्यवस्थाओं आदि का सर्जन सहज ही … Read more

कहानी कोरोना की

शशांक मिश्र ‘भारती’शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) ****************************************************** वुहान शहर में जन्म लिया, परदेश में भारत में आया है दुनिया भर में त्राहि-त्राहि, रोग संक्रामक फैलाया है। कोरोना विषाणु सभी कहें, इंसान जानवर डराया है विश्व स्वास्थ्य संगठन ने, ‘कोविड-१९’ नाम बताया है। कई लाक और अनलाक हुए, पर संक्रमण कहर है सताए सावधानी ही बचाव मित्रों, सरकारें बार-बार … Read more

अपना प्यारा गाँव

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)*********************************************** भुला न पाएंगे कभी,वट की शीतल छाँव।हर लेता ‘शिव’ पीर सब,अपना प्यारा गाँव॥ ‘शिव’ बैलों की घंटियाँ,सघन पेड़ की छाँव।याद बहुत आता मुझे,बचपन वाला गाँव॥ हुए प्रदूषित अब शहर,नित्य चलें ‘शिव’ दाँव।मन को आनन्दित करे,अपना प्यारा गाँव॥ पक्षी नित कलरव करें,नहीं सियासी दाँव।पहले जैसा आज भी,लगता अपना गाँव॥ कोयल अब गाती … Read more

वार्द्धक्य और गार्हस्थ्य-जीवन

योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (जे.पी. मिश्र)पटना (बिहार)******************************************************** पति-पत्नी मिलकर जो जीवन जीते हैं,वह गार्हस्थ्य-जीवन कहलाता है। जाहिर है कि इसमें उन पर निर्भर उनके बच्चे आ ही जाएंगे। उनके वे बच्चे जो बड़े हो गए हैं और अपने पैरों पर खड़े हो गए हैं या बेटी की शादी होकर गृहवास बदल गया है,वे भले इस परिधि … Read more

अलग-अलग दो दीप

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)*********************************************** गांधी जयंती विशेष….. दो अक्तूबर को जले,अलग-अलग दो दीप।कृषक मसीहा एक ‘शिव’,दूजा सत्य प्रदीप॥ लाल बहादुर लाल सा,नहीं जगत में लाल।समरसता अरु सादगी,उनकी बनी मिसाल॥ ‘गाँधी’ ‘शास्त्री’ ने किया,सभी दिलों पर राज।जन्म जयंती पर उन्हें,करता नमन समाज॥ सत्य अहिंसा न्याय का,फैलाया सन्देश।बापू के आदर्श से,नतमस्तक है देश॥ देशभक्ति अरु सादगी,की ‘शिव’ … Read more