सवाल अवश्य करना चाहिए कि,अपराध क्यों ?

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ***************************************************** आजकल हमारे चारों ओर का वातावरण अपराधमय हो गया है। वर्तमान समय में किसी भी दिन के समाचारों पर ध्यान दिया जाए तो अपराधिक समाचार ही अधिक देखने व सुनने को मिल रहा है। विश्वास,सत्य,निष्ठा,कर्तव्य व परोपकार जैसे शब्द अब बोलचाल एवं सजावट की वस्तु प्रतीत होने लगें हैं। सत्यनिष्ठ … Read more

शीश मेरा उनके नाम

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ***************************************************** यही पर हमें जीना है,यही पर हमें मरना हैबीच जीवन में हमको,कार्य अनुपम करना है। जिनसे मिला जी यह तन है,जोड़े रखे जो मन से मन हैकरता हूँ आज मैं सहृदय,इस मातृभूमि को नमन है। जहाँ और जिससे मैं खेला-कूदा,हुआ दुखी उनसे मैं होकर जुदायादों में बसते हैं वे सब … Read more

विश्व कल्याण

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ********************************************************************** मिलाओ नजरें तो इसारे छोड़ दूँ,मिले हौंसला गर तो उमंगें भर दूँदिखाया रास्ता तो मंजिल जोड़ दूँ,तुम अगर साथ दो तो तारे तोड़ दूँ। यह ‘कोरोना’ का रोना है क्या चीज,गर हम हों साथ तो इस दुनिया मेंचीनियों में प्यार और पाक में यार,अब ऐसा भाव कूट-कूट के भर दूँ। … Read more

कलियुग में रावण

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) *********************************************************************** कल रात सपने में आया था रावण,कहने लगा-‘बहुत कर लिया सहन,युगों से कहते मुझे अत्याचारी रावणकरते हो हर वर्ष दशहरे में मेरा दहन,द्वापर था पावन या कलि मनभावनसत्य है तेरा मन या मैं ही था पावन।’ कह कर इतना हो गए वह मौन,देखते-देखते छवि हो गई गौणचला गया वह सत्य … Read more

कोरोना:कर्म एवं कर्तव्य

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) *********************************************************************** ‘कोरोना’ एक विषाणु है जो एक मानव से दूसरे मानव में फैलता है। आज तक की महामारियों के इतिहास में जितने भी विषाणु जिम्मेवार हैं,उनमें यह सबसे भयावह एवं खतरनाक है। वर्तमान समय में इसका संक्रमण लगभग सभी देशों में हो चुका है। अर्थात कहा जा सकता है कि यह … Read more

मानव का कल्याण

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’ धनबाद (झारखण्ड)  ************************************************************************** पैसा-पैसा करता फिरा, अंत नहीं आया काम। दान-पुण्य जिसमें भरा, पहुँचा वही प्रभु के धाम। धर्म और कानून एक समान, तनिक ना अंतर तू यह जान। धर्म पालन बनाता संत महान, कानून देता शान्ति रक्षा सम्मान। हथियारों के भरपूर जमावड़े से, करता नहीं सभ्य देश अभिमान। जीवन संहार … Read more

अभी संकट गहरा है

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’ धनबाद (झारखण्ड)  ************************************************************************** वो यहाँ-वहाँ ना जाने कहाँ-कहाँ, मौत ही मौत का केवल पहरा है… दिखता नहीं अवसर सुनहरा है, चारों ओर अभी संकट गहरा है। विकास ना जाने कहाँ ठहरा है, काम-काज में लगा ग्रहण बड़ा है… यमदूत आ अब बाहर खड़ा है, चारों ओर अभी संकट गहरा है। ना … Read more

अभी घर में रहना है

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’ धनबाद (झारखण्ड)  ************************************************************************** अभी घर में रहना है, नहीं कुछ भी कहना है छोड़ बाहरी तथ्यों को, घर में संयोग तलाशना है। अभी घर में रहना है… बाहर था काम का बोझ सारा, घर में माता का आँचल प्यारा संग पिता के खुशी मनाना है, सबका दुलार फिर से पाना है। … Read more

प्रत्यक्ष भगवान

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’ धनबाद (झारखण्ड)  ************************************************************************** पिता के तुम ही हो सहारे, माता के हो तुम राजदुलारे। पर कर उनका त्याग आज, करता है मानव सेवा काज। देख माता-पिता के मन का दु:ख, मिलने की आस में मलिन मुख। कहता वह करता मैं जन सेवा, निभा सकूँ कर्तव्य करो तुम दुआ। देख इनके छोटे … Read more

सुरक्षित बनाओ समाज

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’ धनबाद (झारखण्ड)  ************************************************************************** रूठ गया काम छूट गया दोस्तों का मिलना, प्रेमी का प्रेम छूटा छात्रों का छूटा पढ़ना। घर से बाहर निकलना हो गया है मना, बाहर है बैठा सज-सँवर कर ‘कोरोना।’ देख परिस्थिति आज इस संसार की, दुःखी हो सबको आ गया है रोना। जान लो कोरोना है मौत … Read more