सदभावना की हो हरियाली
सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) ************************************************************** फाल्गुन मास का संदेश, ज्यों प्रकृति में आई बहार चित्त में सदभावना की हो, हरियाली,सुख-शांति की बहारl प्रकृति पुरुष का हुआ मिलन, प्रेम का चित्त में उपजा अंकुर तीनों गुणों ने रची सृष्टि, सत्-रज-तम का है बसेराl तीनों गुणों से न्यारा,है प्यारा, अनन्त अनोखा भेद निराला सदगुरू चरणों का मिला सहारा, … Read more