राजस्थान के स्वर्णिम हस्ताक्षर महाराणा प्रताप

राजबाला शर्मा ‘दीप’ अजमेर(राजस्थान) ************************************************************************* ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. राजस्थान के कण-कण में, वीरों ने इतिहास रचा है। सांगा,रावल,पृथ्वी,प्रताप ने, इसी धरा पर जन्म लिया है। राणा प्रताप हैं अजर-अमर, मेवाड़ राज्य के हस्ताक्षर अकबर के आगे झुके नहीं, जंगल-जंगल भटके दर-दर। आदर्शों की कठिन राह पर, प्राणों का उत्सर्ग किया है। सांगा,रावल,पृथ्वी,प्रताप … Read more

वीर प्रताप…राणा

प्रीति शर्मा `असीम` नालागढ़(हिमाचल प्रदेश) ****************************************************************** ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. वीर भूमि राजस्थान का, वह वीर प्रताप वह राणा था। जिसके साहस से काँप गया, अकबर ने लोहा माना था। सात फुट के वीर का, ७२ किलो का भाला था। २०० किलो का कवच पहनकर, चेतक पर चलता आजादी का वीर मतवाला था। … Read more

एक दोस्ती कृष्ण-सुदामा की

उषा शर्मा ‘मन’ जयपुर (राजस्थान) **************************************************** कृष्ण-सुदामा की दोस्ती,अब इस जगत् में ना रही, दोस्ती तो दूर,अब यहां इंसानियत तक ना बची। पूछा सुदामा ने कृष्ण से,दोस्ती का असली मतलब, दिया उत्तर कृष्ण ने,`वहां दोस्ती नहीं,जहाँ होता है मतलब।` खुशियों में तो अपनों के साथ,पराए भी शामिल होते हैं, जो दे साथ दु:ख-दर्द में,वह कृष्ण-सुदामा … Read more

ज़िन्दगी:एक सड़क

राजबाला शर्मा ‘दीप’ अजमेर(राजस्थान) ************************************************************************* ज़िन्दगी,एक सड़क जिस पर चल कर मिलते हैं, सैंकड़ों लोग। कुछ अपने बन जाते हैं, कुछ अपने पराए बन कर खो जाते हैं। सड़क जिसके कई मोड़ हैं, वह दोराहा भी है तिराहा भी, चौराहा भी यह तुम्हारे ऊपर है, तुम अपना लक्ष्य चुनो भ्रमित न हो,और मंजिल तक पहुंचो। … Read more

अजीब दुनिया है…तेरी

प्रीति शर्मा `असीम` नालागढ़(हिमाचल प्रदेश) ****************************************************************** समझ नहीं पाता हूँ, बन के धर्मात्मा गीता उपदेश सुनाती है। भीतर से, अपने मतलब को पूरा करने के लिए, शकुनि की तरह चालबाजियों की, बिसात सजाती है। दूसरे ही पल, बुरा नहीं करना लम्बा भाषण दे जाती है। फिर कानों में, कानों से कितनी बातें कह जाती है। … Read more

चैत्र प्रभात

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* बुलकड़ियाँ, रिक्त गौशाला द्वार सूखा गोबर। चैत्र प्रभात, विधवा का श्रृंगार दूर्वा टोकरी। फाग पूर्णिमा, डंडे पर जौ बाली बालक दौड़ा। होली दहन, चूल्हे पे हँसती माँ गेहूँ बालियाँ। मदिरालय, कुतिया को पकोड़े नाली में वृद्ध। औषधालय, चारपाई पे वृद्ध नीम निम्बोली। कैर साँगरी, बाजरे की रोटियाँ हाथ खरोंच। चंग का … Read more

ये फुटपाथ के बच्चे

दीपक शर्मा जौनपुर(उत्तर प्रदेश) ************************************************* आजकल जब ट्रेन बंद है, यात्री नहीं आ रहे स्टेशन खाली है, तब सोचता हूँ… वे फुटपाथ पर रहने वाले बच्चे कहाँ होंगे इस समय! जिनके माँ-बाप ने वर्षों पहले, उन्हें भेज दिया था शहर कहकर कि कह देना कि मेरे माँ-बाप नहीं हैं अब। उनके मालिक के चांटे, प्रशासन … Read more

मुझे…अफसोस रहेगा

प्रीति शर्मा `असीम` नालागढ़(हिमाचल प्रदेश) ****************************************************************** जिदंगीयों को, अंधविश्वासों से दूर ले जाता। प्यार से जिंदगी है, यह बात समझा पाता।   विश्वास का, एक छोटा-सा ही सही… पर…एक घर बना पाता।   समझ कर भी, न-समझी का खेद रहेगा… मुझे…अफसोस रहेगा।   अंधेरे दूर हो जाएं, दिल-दिमाग से भरम के। अंधविश्वास की सोच से, … Read more

चुप क्यों हो ?

सुबोध कुमार शर्मा  शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* क्यों चुप हो अन्याय के सम्मुख, क्यों चुप हो अधिकार के सम्मुख क्यों चुप हो देख दानव बल को, क्यों चुप हो तुम प्यार के सम्मुख ? तव सम्मुख है कौन विवशता, धर्म पथ से है तव पग हटता चुप क्यों हो अनीति देख कर, कैसा भय तव उर में … Read more

नमन देश के वीर सपूतों को

उषा शर्मा ‘मन’ जयपुर (राजस्थान) **************************************************** नमन देश के वीर सपूतों को… थे एक वीर शहीद जिन्हें, पुकारते थे ‘आशुतोष।’ नई उमंग नहीं तरंग लिए मन में, उनके कदमों से पराजय थी कोसों-कोस। नमन देश के वीर सपूतों को… जिनमें शामिल थे एक वीर ‘अनुज।’ देश भी याद करेगा ऐसे वीर को, जिनके कर्म-कर्तव्य में … Read more