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हमसफ़र हो तुम

रौशनी अरोड़ा ‘रश्मि’ ,

दिल्ली

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दिल में मेरे धड़कने वाली,
ऐ जाना हर धड़कन हो तुम…
आँखों में बसने वाले मेरे,
ऐ जाना सारे ख्वाब हो तुमl

मेरी ज़िंदगी में आने वाली,
ऐ जाना हर एक बहार हो तुम…
ज़र्रे-ज़र्रे में मुझे अब नज़र,
ऐ जाना आने लगे हो तुमl

मेरे दिल से निकले गीतों के,
हर बोल का अहसास हो तुम…
महक उठा है जिससे मेरा,
तन-मन वो खुशबू हो तुमl

दिल पे लिखा है जिसका नाम,
ऐ जाना वो हसीं भी हो तुम…
मेरे ज़िन्दा रहने की अब तो,
ऐ जाना हर एक वजह हो तुमl

याद जिसकी आती है हरपल,
ऐ जाना कोई नहीं,वो हो तुम…
इस ज़िंदगी में ऐ जाना मेरी,
मेरा तो सब-कुछ हो तुमl

अब और क्या कहूँ मैं तुमसे,
ऐ जाना मेरा हमसफ़र हो तुम…
तुम्हीं तुम दिल में समाए हो,
मेरा तो ऐ जाना पूरा संसार हो तुमll

परिचय-रौशनी अरोड़ा का साहित्यिक नाम ‘रश्मि’ है। दिल्ली में ही निवासरत रश्मि की जन्म तारीख ६ दिसम्बर १९७८ है। लेखिका और गायिका रश्मि को दिल्ली में संगीत कार्यक्रम में गायिकी के लिए सम्मान प्राप्त हुआ है। आपकी रचनाएं दैनिक अखबारों-पत्रिका में प्रकाशित होती रहती हैं। आपको दिल्ली के कवि सम्मेलन तथा नोएडा से बज़्म-ए-हिंद संग्रह से भी सम्मानित किया गया है।

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