विघ्नहरण गणराज

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’ बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़)*************************************************************** पावन तन मन से करो,पूजन मिलजुल आज।प्रगट हुए संसार में,विघ्नहरण गणराज।विघ्नहरण गणराज,मूस की करे सवारी।जिनकी कृपा प्रसाद,सुखी है सब नर नारी।कह डिजेन्द्र करजोरि,रूप जिनका मनभावन।गणाधीश का आज,आगमन है शुभपावन॥ परिचय-डीजेंद्र कुर्रे का निवास पीपरभौना बलौदाबाजार(छत्तीसगढ़) में है। इनका साहित्यिक उपनाम ‘कोहिनूर’ है। जन्मतारीख ५ सितम्बर १९८४ एवं जन्म स्थान भटगांव (छत्तीसगढ़) … Read more

भाव देशहित का हर पल हो

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ************************************************************* कटी गुलामी की जंजीरें,है तन-बदन स्वतंत्र हमारा।अमर शहीदों की कुर्बानी,विजय निशान,तिरंगा प्यारा॥ खींच राष्ट्र को अंधकारमय,बीहड़ से बाहर ले आए।युवा शक्ति को नयी दिशा दे,नवजीवन के पुष्प खिलाए॥ रग-रग बढ़ी क्रांति की ज्वाला,श्रम-जल-कण मोती बिखराए।अनय पंथ का किया विखंडन,सत्य,न्याय की ज्योति जगाए॥ मातृभूमि के संरक्षक बन,तुमने दुश्मन को ललकारा।अमर शहीदों की कुर्बानी,विजय … Read more

जन्म

नरेंद्र श्रीवास्तवगाडरवारा( मध्यप्रदेश)***************************************************************** सड़क के किनारे साहब का बंगला था। उन्हें शायद कुत्ते पालने का शौक था। उन्होंने २ बड़े खूंखार कुत्ते पाल रखे थे। फटे-पुराने,टूटे-फूटे सामान इकठ्ठे करने वाले ७-८ साल के २ लड़के उस बंगले के पास से गुजरे।बंगला देखकर एक बोला-‘क्यों छोटू! कितना सुंदर बंगला है ? मगर कुत्तों के कारण कितना … Read more

श्री राधारानी जी

गोपाल चन्द्र मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)************************************************************ राधा अष्टमी(२६ अगस्त)विशेष…… श्री राधारानी जी के श्री चरणों में साष्टांग प्रणामl जय जगत प्रसूता आदि महाशक्ति श्री कृष्ण प्रणाधिका श्री राधारानी जी की जय। पुराणों के वर्णन के अनुसार ज्ञात होता है कि,-जब-जब विश्व ब्रह्मांड अत्याचारियों के अत्याचार से भयभीत होकर अशांत व प्रतारित हुआ है,तब-तब जगत संसार की रक्षा … Read more

एकता का रूप है हिंदी

उषा शर्मा ‘मन’जयपुर (राजस्थान)**************************************************** वंदे मातरम की शान है हिंदी,देश की माला का स्वरूप,भारत माँ का मान है हिंदी। अन्य भाषाओं से बढ़कर है हिंदी,भारत भारतीयों के साथ,संविधान का गौरव है हिंदी। हिंदुस्तान के नाम में है हिंदी,कड़ी से कड़ी जोड़ने वाली,देश को एक मुठ्ठी में करने वाली है हिंदी। भारत की आत्मा,चेतना है हिंदी,एकता … Read more

हे मेरी बरसात प्रिये

सुलोचना परमार ‘उत्तरांचली देहरादून( उत्तराखंड) ******************************************************* रिम-झिम रिम-झिम जब आती हो,तन-मन सबका झूमे है।तुझसे मिलकर धरती ये,तुझे बड़े प्यार से चूमे है।आ गले लगा लूँ तुझको,हे मेरी बरसात प्रिये…ll तुमसे हसीं न कोई जग में,प्रेमीजन तेरी बाट तकेंlतेरा साथ देने को कोहरा,छा जाता है अम्बर में।मैं भी ऊँची उड़ान भरूँ संग,हे मेरी बरसात प्रिये…ll तेरे … Read more

सखी साहित्य ने कराया अभा कवि सम्मेलन

असम। गणेश चतुर्थी के पावन पर्व पर सखी साहित्य परिवार की राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपिका सुतोदिया एवं राष्ट्रीय महासचिव आनंद अमित के दिशा-निर्देशन में अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि अमेरिका से अनूप ‘अलग’ थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में मास्को से सुशील आज़ाद व मुंबई से इंजीनियर वेद प्रकाश प्रजापति उपस्थित रहे। … Read more

बाढ़ उत्सव

नवेन्दु उन्मेषराँची (झारखंड) ********************************************************* पल्टू बाबा सरकारी मुलाजिम ठहरे। पैदा होने से लेकर नौकरी तक पठार में की। बाढ़ क्या होती है,उसके बारे में उन्होंने सिर्फ अखबारों में पढ़ा था।पहली बार उन्हें सरकार ने निर्देश दिया कि वे बाढ़ग्रस्त इलाके में जाएं,और बाढ़ पीड़ितों की मदद करें। जिस बाढ़ग्रस्त जिले में उन्हें जाने का निर्देश … Read more

पिय की राह देखती

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************************ (रचना शिल्प:१६/१४) पिय आवन की राह देखती,सुन्दर नारी मतवाली।सपनों में खोई-खोई सी,प्रेम नगर की वो मालीll सज-धज कर बैठी वो द्वारे,गुमसुम-सी वो रहती है।कब आएँगे मेरे दिलबर,नैनों से कुछ कहती हैllकर सोलह श्रृंगार नवेली,लगती फूलों की डाली।सपनों में खोई-खोई सी… उड़ते पंछी देख गगन पर,जाने क्यों वह रोती है।पिय का … Read more

विकास को पुनर्जीवित करने हेतु पैदा करने होंगे नए अवसर

डॉ.सत्यवान सौरभहिसार (हरियाणा)************************************ कोविद-१९ महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को बदल दिया है और भारत में भी इसके गहरे प्रभाव पड़े हैं। राष्ट्रव्यापी तालाबन्दी की वजह से घरेलू मांग में कमी ने अर्थव्यवस्था को २०२०-२१ की पहली तिमाही में संकुचित कर दिया है और इसके प्रभाव भविष्य में दिखने की संभावना है। फिर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र … Read more