राम का नाम करे भवपार
डॉ.एन.के. सेठी बांदीकुई (राजस्थान) ************************************************************************* (रचना शिल्प:१६ मात्रिक छन्द-आदि में ३,२त्रिकल द्विकल अंत में २,३द्विकल त्रिकल दो-दो चरण सम तुकांत चार चरण का एक छन्द) अवध के प्यारे हैं श्री राम, जगत में न्यारे हैं श्री राम। राम हैं सकल गुणों की खान, करें हम राघव का गुणगान। राम हैं मर्यादा आदर्श, राम लाते जीवन … Read more