कल्पना तक नहीं की

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ******************************************************* ‘बड़े दिन की छुट्टी’ स्पर्धा  विशेष……… प्रत्येक प्रयास करने के बावजूद नींद नहीं आ रही थी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से लेकर वर्तमान…

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नए जमाने की सबसे ‘कड़ी’ सजा `इंटरनेटबंदी`

अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश)  ***************************************************************** इक्कीसवीं सदी की नई सजाओं में एक `इंटरनेटबंदी` भी है। चाहे सुरक्षा कारणों से हो या पूरे समाज को ‘कायदे’ में रखने के लिए हो,हमारे देश…

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भारत को इस्लामी राष्ट्रों की चुनौती

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** भारत भी कमाल का देश है। इसकी वजह से इस्लामी देशों में फूट पड़ गई है। दुनिया के ५७ इस्लामी देशों का अब तक एक…

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नए वर्ष के नए संकल्प

राजेश पुरोहित झालावाड़(राजस्थान) **************************************************** लो आ गया नूतन वर्ष,दिल से करें सभी दो हज़ार बीस का अभिनन्दन। ठिठुरती ठंड में गरीबों को कम्बल बांटते समाजसेवी नेताओं की सोशल मीडिया पर…

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आधुनिक बनाम पुरातन ज्ञान-विज्ञान

डॉ. एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’ मुम्बई(महाराष्ट्र) *************************************************************** जब कोई खगोलीय घटना घटती है,तो विभिन्न टी.वी. चैनलों पर वैज्ञानिकों और आध्यात्मिक गुरुओं के बीच वैचारिक संघर्ष साफ दिखाई देता है। लगता है…

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हिन्दी में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी:प्रसार की लकीरें

डॉ. ओम विकास *************************************************************** २०वीं सदी में आर्थिक विकास का आधार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी रहा। नवाचार एवं आविष्कारोन्मुखी प्रवृत्ति से समाज विकसित और अविकसित वर्गों में बँटने लगे। २१वीं सदी…

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आम-बजट में राहत की उम्मीद

ललित गर्ग दिल्ली ******************************************************************* देश में बढ़ती महंगाई,बेरोजगारी,व्यापार की टूटती साँसें,आर्थिक सुस्ती एवं विकास की रफ्तार में लगातार आ रही गिरावट चिंता एवं चिन्तन का कारण है। जनता महंगाई एवं…

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मानवता से हैवानियत पर सख्ती जरूरी

पुष्कर कुमार ‘भारती’ अररिया (बिहार) ********************************************************** हमारे समाज में कुछ ऐसी भी घटना घट जाती है,जिसे देख बिना कुछ लिखे रहा भी नहीं जाता है। समझ में यह नहीं आता…

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क्या ‘राम मंदिर’ की सियासी कमाई ‘एनआरसी’ में गंवा रही भाजपा ?

अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश)  ***************************************************************** क्या राम मंदिर से कमाई राजनीतिक जमीन भाजपा एनआरसी और सीएए में गंवा रही है ? क्या राष्ट्रीय मुद्दों का रथ राज्यों की सियासी जमीन पर…

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अधिनियम बनाम गढ़े गए विवाद

राकेश सैन जालंधर(पंजाब) ***************************************************************** मुद्दा 'नागरिक संशोधन कानून'............ दुनिया में हर विवाद का हल व समस्या का समाधान है,परन्तु गढ़े गए विवादों का जब तक निपटान होता है,तब तक बहुत…

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