समाजसेवा

वन्दना पुणताम्बेकर इंदौर (मध्यप्रदेश) ******************************************************* सारा हॉल लोगों से भरा हुआ था। संभ्रांत परिवारों की महिलाओं द्वारा सामाजिक उत्सव मनाया जा रहा था। पीछे किसी प्रतिष्ठित संस्था का बैनर लगा…

0 Comments

सोच

वन्दना पुणताम्बेकर इंदौर (मध्यप्रदेश) ******************************************************* गरीब सोहन की फुटपाथ पर मोची की एक दुकान थी। सारा दिन धूप में बैठकर जूते सुधारता। इसी से उसकी रोजी-रोटी चलती। वहां बैठे-बैठे शहर…

0 Comments

अपना घर

राजबाला शर्मा ‘दीप’ अजमेर(राजस्थान) ******************************************************************************************** बहुधा हिंदू समाज में लड़कियों को यह बात घुट्टी में पिला दी जाती है,- "ससुराल ही उनका असली घर है।" मंजरी भी यही घुट्टी पीकर…

0 Comments

खो गया समय

डॉ.शैल चन्द्रा धमतरी(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** "हैलो,हाँ यार अनिल,मैं शहर पहुँच चुका हूँ। तुम कहाँ हो ?" राजेश अपने मित्र को फोन पर पूछ रहा था। कई वर्षों बाद वह किसी काम…

0 Comments

एक भारतीय

ओमप्रकाश क्षत्रिय प्रकाश नीमच(मध्यप्रदेश) ************************************************ अंतरराष्ट्रीय शरणार्थी दिवस विशेष........... वह रेलवे स्टेशन से लौट कर माथा पकड़ कर बैठ गया-"अब मैं वहां नहीं जाऊंगा,'' कहकर उस ने उल्टी कर दी। ''क्या…

1 Comment

डॉगी का बिस्कुट

डॉ.शैल चन्द्रा धमतरी(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** "अम्मा,हम लोगों की जात क्या है ?" नन्हा मोनू पूछ रहा था। "क्यों तुझे जात का क्या करना है ?" अम्मा ने झुंझलाते हुए कहा। "वो…

0 Comments

हमारा बजट

विनोद वर्मा आज़ाद देपालपुर (मध्य प्रदेश)  ************************************************ आम बजट की तैयारी थी शासन-प्रशासन स्तर पर गहमागहमी वाला माहौल था। आज का बजट कैसा होगा ? घाटे का या मुनाफे का,यह आमजनों…

0 Comments

दलितों के घर भोजन

दीपक शर्मा जौनपुर(उत्तर प्रदेश) ************************************************* चार लोग कंधे पर एक शव ले जा रहे थे,तभी वह अचानक बोल उठा-"अरे!! आप लोग मुझे कहाँ लेकर जा रहे हैं।" उनके पीछे चल…

0 Comments

खेल-खेल में

पूनम दुबे सरगुजा(छत्तीसगढ़)  ****************************************************************************** बच्चों की गर्मी की छुट्टियां और उनकी मस्तियां,हमारे घर के सामने बहुत बड़ा खुला मैदान है।बच्चे वहीं मिलकर क्रिकेट खेलते हैं। अभी राजू निकला ही था…

0 Comments

निजी स्वार्थ

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ हिमालय की ओर ऊपर एक बस ढलान पर जा रही थी,उसमें एक किसान अपनी पत्नी के साथ सफर कर रहा था। बस पर्वत पर आगे बढ़…

0 Comments