दुनिया तो पराई है

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** न तेरी है न मेरी है ये दुनिया तो पराई है, यूँ ही कहता नहीं हूँ मैं सभी को आजमाई है, किसी लालच में…

0 Comments

वो मुझसे ऊब जायेगा

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** मुझे ऐसा क्यूँ लगता है वो मुझसे ऊब जायेगा, मुकम्मल शायरी में जब मेरा दिल डूब जायेगा, जिसे मैं ढालता रहता हूँ गीतों और…

0 Comments

खुद बन अपना रखवाला

श्रीकृष्ण शुक्ल मुरादाबाद(उत्तरप्रदेश)  ***************************************************************** विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष……… वृक्ष काट कर इस धरती को, तूने बंजर कर डाला। भूजल का अतिशय दोहन कर, रिक्त किया जल का प्याला॥ सूर्य…

0 Comments

सच कहता हूँ…

ओम अग्रवाल ‘बबुआ’ मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************************************** सच कहता हूँ मान बेचकर,मैं सम्मान नहीं लेता हूँ। अन्तर्मन के आँसू का,मैं बलिदान नहीं लेता हूँ। मुझे बिलखते बच्चों की,पीड़ा सहन नहीं होती। छोड़…

0 Comments

चुनाव चक्रवात

छगन लाल गर्ग “विज्ञ” आबू रोड (राजस्थान) **************************************************************************** देख चुनाव उछाल है,सभी करे उत्पातl जोश भरे हर चाल में,सता भूख संतापl भूल चुके जो कर्म है,करे अनोखी बात- वोट चोट…

0 Comments

पृथ्वी

मानकदास मानिकपुरी ‘ मानक छत्तीसगढ़िया’  महासमुंद(छत्तीसगढ़)  *********************************************************************** विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष……… हे प्राणी सावधान!दुखित-द्रवित ब्रह्मांड, जीवनदायिनी का जीवन है खतरे में। विश्वास कर पृथ्वी में ही है,संभव जीवन, तू…

0 Comments

शहादत,राजनेताओं पर बड़ा उपकार

रोहित दाधीच कोटा(राजस्थान) ***************************************************** सैनिकों की शहादत इन राजनेताओं पर,बहुत बडा उपकार है। देशभक्ति को राजनीति से जोड़ रहे,राजनीति दलाली का बजार है। कभी नेताओं के पूत जाते क्यों नहीं,सीमाओं…

0 Comments

ग़म के हजार घूँट

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** कितना बे'दर्द हो गया' संसार देखिये, कोई नहीं है' पूछता' अखबार देखिये घायल तड़प रहा था' वहाँ बीच सड़क पे- कारों की' बिगड़ती हुई'…

0 Comments

लोकतन्त्र मजबूत करें

अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ******************************************************************** छोड़ पुराने राग-द्वेष को,समुचित सत्य सबूत करें। ऐसा ना हो स्वयं मरें औ मानवता ताबूत करें। पाँच वर्ष के बाद पुन: यह वक्त सुनहरा आया…

0 Comments