फाग
सुबोध कुमार शर्मा शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* राकेश-रश्मियों ने भोर को सजा दिया, दिनकर ने आकर स्वर्णिम रंग लूटा दिया, चहुँ ओर खग-कलरव संगीत बन गूँज रहा- मधुरिम प्रकृति ने सुखद फाग गा दिया। चम्पा,चमेली,सरसों,टेसू ने रंग भर दिया, बाल,युवा वृद्ध वृन्द सबका विभोर जिया, अमुआ का बोर आ नव नव राग लेकर- कोयल-संगीत ने मंत्रमुग्ध कर … Read more