फाग

सुबोध कुमार शर्मा  शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* राकेश-रश्मियों ने भोर को सजा दिया, दिनकर ने आकर स्वर्णिम रंग लूटा दिया, चहुँ ओर खग-कलरव संगीत बन गूँज रहा- मधुरिम प्रकृति ने सुखद फाग गा दिया। चम्पा,चमेली,सरसों,टेसू ने रंग भर दिया, बाल,युवा वृद्ध वृन्द सबका विभोर जिया, अमुआ का बोर आ नव नव राग लेकर- कोयल-संगीत ने मंत्रमुग्ध कर … Read more

नहीं घुसपैठियों को माफ करना

कैलाश झा ‘किंकर’ खगड़िया (बिहार) ************************************************************************************ बिखरकर फूल बागों के झड़ेंगे, अकारण लोग आपस में लड़ेंगे। अगर कुछ सख़्त हो कानून मित्रों- करेंगे जो उपद्रव वो सड़ेंगे। न भारत बन्द ऐसा हो कहीं पर, करे मत चोट कोई भी यकीं पर। सभी हैं देशवासी हिन्द के तो- बहे मत खून भारत की जमीं पर। लड़ाती … Read more

खुशियों की बारिश हो

मोहित जागेटिया भीलवाड़ा(राजस्थान) ************************************************************************** सबके दिल में फूल खिल जाए,न कोई मलाल हो, अंतर्मन में भेदभाव मिट जाए,सबका ख़्याल हो। नव वर्ष पर मेरी सबको ये ही शुभकामनाएँ- सबके घर खुशियों की बारिश हो,वो नया साल हो॥ परिचय–मोहित जागेटिया का जन्म ६ अक्तूबर १९९१ में ,सिदडियास में हुआ हैl वर्तमान में आपका बसेरा गांव सिडियास … Read more

प्यार

मोहित जागेटिया भीलवाड़ा(राजस्थान) ************************************************************************** प्यार उमंगों का एक अहसास है, प्यार दिल से धड़कन की वह प्यास है। ख़्वाबों में सजा लब पर रहता नाम- प्यार हमारा एक वो विश्वास है॥ प्यार एक हसरत एक इबादत है, दिल में दिल की रहती ये चाहत है। प्यार रब की दी हुई है वो दौलत- जिसमें समाई … Read more

सुभाष-भगत बन सबक सिखायेंगे

शशांक मिश्र ‘भारती’ शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) ************************************************************************************ मत समझो हम गांधीवादी हैं हरकतों को सहते ही जायेंगे, नित करोगे आतंकी अलगाव और हिंसा हम न कह पायेंगे। अब समय गया जो कबूतर उड़ाये जाते थे संवाद दुहराये- हमने ठाना हर हरकत पे सुभाष भगत बन सबक सिखायेंगेll परिचय–शशांक मिश्र का साहित्यिक उपनाम-भारती हैl २६ जून १९७३ में … Read more

एकता कायम रहे

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** अपनों से जो लड़ोगे बिखर जाओगे सुनो, जलने लगेंगे गाँव किधर जाओगे सुनो। लड़ना कभी न भाइयों आपस में है कसम- मिल-जुल के तुम रहोगे निखर जाओगे सुनो॥ माना कि धर्म-बोलियाँ अनेक साथियों, लेकिन हमारा देश तो है एक साथियों। होली व ईद को सभी मिलते हैं हम गले- … Read more

सावधान दुष्टों

शशांक मिश्र ‘भारती’ शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) ************************************************************************************ आज हिमालय बोल उठा है देश के दुश्मन और गद्दारों से, सावधान दुष्टों अभी भरत भूमि विहीन नहीं हैं राष्ट्रदुलारों से। सैनिकों का सर्वस्व समर्पण देश के लिए सीमाओं पर खड़ा है- जिसने कल तक समझा कमजोर उसको दिया जबाब बड़ा है॥ परिचय–शशांक मिश्र का साहित्यिक उपनाम-भारती हैl २६ जून … Read more

वह दिन कब आएगा ?

शशांक मिश्र ‘भारती’ शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) ************************************************************************************ हम सब साथ-साथ पर सैनिकों के शव कब तक गिनते जाएंगे, वह दिन कब आएगा जब इनकी छाती पर चढ़ तिरंगा फहराएंगे। देश कह रहा बहुत हो चुका अब धैर्य नहीं रख सकते हम हैं- शहादत की परीक्षाएं अनेक दे लीं,परिणाम लेकर कौन आएंगे॥ परिचय–शशांक मिश्र का साहित्यिक उपनाम-भारती हैl … Read more

पेड़ की दुर्दशा

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ****************************************************************************** आज पेड़ भयभीत हुआ है, फरसाधर से डरा हुआ है। कब किसकी दुर्दशा हो जाए, इसी बात से कंपा हुआ हैll हाथ दराती रस्सी कंधे, निर्दयता से बनकर अंधे। काटें शाखाएं क्रूर बन, बेच-बेचकर करते धंधेll विवश पेड़ अब कहां को जाएं, कोई ना उसकी मदद को आएं। अपनी पीड़ा … Read more

ऐसा दिन कब आयेगा

शशांक मिश्र ‘भारती’ शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) ************************************************************************************ आस्तीन में पले साँपों को जब तक न कुचला जायेगा, हम परीक्षायें कितनी दे लें,परिणाम कभी न आयेगा। बैठक चर्चायें बातें खूब हुईं और होती भी रहेंगी मित्रों- माँ-बाप पत्नी बहन भाई न रोये,ऐसा दिन कब आयेगाll परिचय–शशांक मिश्र का साहित्यिक उपनाम-भारती हैl २६ जून १९७३ में मुरछा(शाहजहांपुर,उप्र)में जन्में हैंl … Read more