प्रेम मिलन परिणीत हिय

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* अनुबन्धन मधुमास प्रिय, कहाँ छिपे चितचोर।बासन्ती मधुरागमन, प्रेम नृत्य प्रिय मोर॥ कोमल प्रिय ललिता लता, मैं कुसुमित नवप्रीत।नव वसन्त रसराज हिय,गाऊँ जीवन गीत॥ गुलशन…

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ईश्वर के प्रति

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* जीवन में हो शुद्धता, तो मिलते भगवान।अंतर में शुचिता पले, तब हो प्रभु का भान॥तब हो प्रभु का भान, विधाता को हम जानें।कर नित मंगलगान, वंदगी…

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कहती है खुदाई…

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* कहती है खुदाई बन्दों से, सरहद न बनाओ जीवन में।फिर दूर गगन जैसी सबकी, जन्नत भी बनेगी हर मन में॥ मन एक सितारा खुद बनकर,…

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तुलसी साहित्य अकादमी का वार्षिकोत्सव १९ मार्च को

बैठक... बिलासपुर (छत्तीसगढ़)। तुलसी साहित्य अकादमी की प्रांतीय इकाई की बैठक सोमवार को संस्कार भवन बिलासपुर में आयोजित की गई। इसकी अध्यक्षता डॉ. विनय कुमार पाठक ने की। तय किया…

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मातृभाषा की आरती नहीं, इसे व्यवहार और वाणी में उतारें

डॉ. मोतीलाल गुप्ता ‘आदित्य’मुम्बई(महाराष्ट्र)********************************************** अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस विशेष... जब मैं मातृभाषा, स्वभाषा, राजभाषा या राष्ट्रभाषा की बात करता हूँ तो मेरे सामने भाषा नहीं देश होता है। किसी देश के…

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लघुकथा के समापन में अनकहा ही प्राण तत्व

गोष्ठी... लखनऊ (उप्र)। लघुकथा के सहज आगाज और समापन में कुछ अनकहा ही प्राण तत्व है।यह बात समीक्षक, लघुकथाकार और साहित्य संपादक सिद्धेश्वर जी ने मुख्य अतिथि के रूप में…

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मेरा भारत

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** मेरा भारत सुन्दर भारत,पावन देश महान है।याद करो वीरों की गाथा,लाखों तन कुर्बान है॥ आओ हम सब करें वंदना,भारत माँ की आन की।श्रद्धा से हम…

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पुस्तक ‘एक-दूजे का दर्द’ लोकार्पित

इंदौर (मप्र)। संस्था अखंड संडे के तत्वावधान में वरिष्ठ लेखक चंद्रधर मिश्र की पुस्तक 'एक-दूजे का दर्द' का ऑनलाइन लोकार्पण रतलाम से साहित्यकार गौरीशंकर दुबे व सुरेन्द्र शर्मा के आतिथ्य…

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सुन्दरता

डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** यह सन्देश नहीं आस्था संग,अटूट विश्वास का सर्वोत्तमऔर सुंदर प्रचार-प्रसार है,सुन्दरता पर यह लिखा गयासबसे शिष्ट व वैज्ञानिक विचार है। मधुर हसीन रम्य और मंजुल,इसके सुन्दर-सुन्दर नाम हैचारू दिव्य…

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प्रेम का दीप जला कर देखो

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* फूल उल्फ़त का कोई एक खिलाकर देखो।मस्त आँखों से कभी जाम पिलाकर देखो। हेल्प का हाथ हबीबों-सा बढ़ाकर देखो।गिर पड़े शख्स को इक बार…

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