पंच प्यारे
डॉ.चंद्रदत्त शर्मा ‘चंद्रकवि’ रोहतक (हरियाणा) ******************************************************* आज विदाई पार्टी है,सभी के चेहरे उदास भाव की तख्ती बनकर लटक रहे हैं। बारहवीं कक्षा स्कूली शिक्षा का अंतिम पड़ाव होता है,जिसे पार करके जीवन के प्रत्यक्ष अनुभवों का सामना और पिछली यादों को संजोए रखना होता है। छात्रों के साथ-साथ आज अध्यापकों का मन कमल भी मुरझाया-सा … Read more