कुल पृष्ठ दर्शन : 313

आधी मजदूरी

दीपक शर्मा

जौनपुर(उत्तर प्रदेश)

*************************************************

सुबह-सुबह मालिक आया और कारखाने में अपने निजी नौकर के साथ घूम-घूमकर कह गया,-“आज दिन तुम्हारा है,समय से स्नान कर लो,कपड़े भी ठीक-ठाक पहन लो।”
सारे मजदूर खुश थे। कार्यालय के सामने साफ-सफाई व सजावट बिखेर दी गयी। मजदूरों में बातें चल रही थी,आज बिना काम किए पूरी मजदूरी मिलेगी। मीडिया का आवागमन शुरू हो चुका था। तब तक एक मजदूर दौड़ता हुआ आया और दूसरे मजदूर से कहने लगा-“टीवी पे हमहन क फोटो आवत ह,” सुनते ही सारे मजदूर खुश हो गए।
निर्धारित समय से एक घंटे बाद मंत्री जी का आगमन होता है,साथ में ढेर सारी प्रशासनिक गाड़ियाँ और पुलिस। मंत्री जी का भाषण शुरू होता है,-“प्यारे भाइयों एवं बहनों। मुझे खुशी हो रही है कि अब हमारे प्रदेश में आप मजदूरों के हालात अच्छे हैं। आप अच्छे कपड़ों में और खुश दिख रहे हैं। पिछली सरकार में मजदूरों की दशा बद से बदतर हो गयी थी,उनके शरीर पर न ढंग से कपड़े होते थे और न ही उन्हें समय से मजदूरों मिलती थी,किंतु हमारी सरकार ने निचले तबके के लोगों का काफी ध्यान दिया है…।” भाषण समाप्त होता है,मंत्री के जाते ही प्रशासन और मीडिया भी चली जाती है। मजदूरों के जश्न मनाने का समय हो ही रहा था कि,मालिक की चिल्लाहट शुरू हो जाती है,-“काम पे लगाओ सबको । आज की मजदूरी सबको आधी दी जाएगी।”

परिचय-दीपक शर्मा का स्थाई निवास जौनपुर के ग्राम-रामपुर(पो.-जयगोपालगंज केराकत) उत्तर प्रदेश में है। आप काशी हिंदू विश्वविद्यालय से वर्ष २०१८ में परास्नातक पूर्ण करने के बाद पद्मश्री पं.बलवंत राय भट्ट भावरंग स्वर्ण पदक से नवाजे गए हैं। फिलहल विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं।आपकी जन्मतिथि २७ अप्रैल १९९१ है। बी.ए.(ऑनर्स-हिंदी साहित्य) और बी.टी.सी.( प्रतापगढ़-उ.प्र.) सहित एम.ए. तक शिक्षित (हिंदी)हैं। आपकी लेखन विधा कविता,लघुकथा,आलेख तथा समीक्षा भी है। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में इनकी कविताएँ व लघुकथा प्रकाशित हैं। विश्वविद्यालय की हिंदी पत्रिका से बतौर सम्पादक भी जुड़े हैं। दीपक शर्मा की लेखनी का उद्देश्य-देश और समाज को नई दिशा देना तथा हिंदी क़ो प्रचारित करते हुए युवा रचनाकारों को साहित्य से जोड़ना है।विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं द्वारा आपको लेखन के लिए सम्मानित किया जा चुका है।

Leave a Reply