मुझे गुलाब बहुत पसंद है

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************ तुम्हें पता था,मुझे गुलाब बहुत पसंद है,सही मायनों में,फूलों की महक को अब जान पाई।सुबह की इस सुनहरी अनुभूति ने,तुम्हारे द्वारा लगाए इन सुंदर गुलाबों नेआज…

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मुस्कान ढूँढता हूँ…

गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)***************************************************** आँसूओं के ढेर में एक मीठी मुस्कान ढूँढता हूँ,या फिर आँसूओं की धार में कुछ अंगार ढूँढता हूँ।कोई तो जाने कि इस अनजाने से शहर में,मैं…

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राष्ट्रप्रेम और साहित्यकारों की महती भूमिका

डॉ.अर्चना मिश्रा शुक्लाकानपुर (उत्तरप्रदेश)************************* हम सब यह तो जानते ही हैं कि हमारे देश में अनेकानेक वीरों ने अपना बलिदान देकर अपने देश को अंगेजों से देश को मुक्त कराया।…

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तुझे पा कर

डॉ. रामबली मिश्र ‘हरिहरपुरी’वाराणसी(उत्तरप्रदेश)****************************************** पा तुझे मिलती खुशी अनमोल है।मधुर रस में अति पगे प्रिय बोल हैंll तू तमन्ना तू अपेक्षा अति सुघर,तू ही मेरा स्नेहमय मधु घोल है। बात…

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आओ लें हम सब शपथ

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)***************************************** आओ लें हम सब शपथ,करना है मतदान।धूल चटा देंगे उन्हें,जो हैं धूर्त महान॥जो हैं धूर्त महान,उन्हीं से बचकर रहना।नेता चुनना श्रेष्ठ,यही है 'शिव' का कहना॥लोकतंत्र का…

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शुभ गणतंत्र

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************ गणतंत्र दिवस स्पर्धा विशेष………. शुभ गणतंत्र दिवस आया रे,आज भारतवर्ष में लगता कोई मेला हैयह देश है भगत सिंह,सुखदेव,राजगुरू जैसे रणबांकुरों काlएक कहानी है उनके बलिदानों…

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स्वार्थ की दीमक रोक न सके

शशांक मिश्र ‘भारती’शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) ******************************************* राष्ट्रीय मतदाता दिवस हम सालों से आ रहे मनाते हैं,लोभ स्वार्थ के वशी सत्ता के लिए समझ क्या पाते हैं।मतदान के लिए जागरूकता शीर्ष को सचेत…

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बेटियों से घर मंदिर

मधु मिश्रानुआपाड़ा(ओडिशा)******************************** राष्ट्रीय बालिका दिवस विशेष.... बेटियाँ भी होती हैं दीपक,और उनसे भी हो उजाला…बेटियाँ होती गंगा के जैसी,और उन्हीं में है शिवाला। बेटियों से घर मंदिर होता,और उनसे ही…

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बेटी

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)***************************************** बेटी दिवस होतीं दो परिवार की,आन-बान अरु शान।बेटी ममता स्नेह की,अनुपम कृति भगवान।अनुपम कृति भगवान,सृजन की हैं परिभाषा।शिव जीने की चाह,बेटियों की अभिलाषा।मिले खुला आकाश,नाम 'शिव'…

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ऐसा हो गणतंत्र हमारा

गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)***************************************************** गणतंत्र दिवस स्पर्धा विशेष………. ऐसा हो गणतंत्र हमारा,देश सेवा में रहे समर्पितशासन और प्रशासन सारा,ऐसा हो गणतंत्र हमारा। ऐसा हो गणतंत्र हमारा,हर क्षेत्र में बढ़ेंगे आगेदुश्मन…

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