धुंध में लिपटी राजधानी

राजेश पुरोहित झालावाड़(राजस्थान) **************************************************** दीपावली के तीन दिन बाद हमारे देश की राजधानी दिल्ली धुंध के काले आवरण से ढँक चुकी थी। दिल्ली में पिछले कुछ वर्षों से प्रदूषण की…

0 Comments

प्रीत सरसे

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* नेह की सौगा़त पाई, लग गया मन खिलखिलानेl ऋतु सुहानी सावनी में, पवन पुरवाई चली है‌l मेघ छाया कर रहे ज्यों, भीगते आँगन गली हैl मोर…

0 Comments

हिन्दी भाषा

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* हिन्दी हिन्दुस्तान की,भाषा मात समान। देवनागरी लिपि लिखें,सत साहित्य सुजान। सत साहित्य सुजान,सभी की है अभिलाषा। मातृभाष सम्मान,हमारी अपनी भाषा। सजे भाल पर लाल,भारती माँ के…

0 Comments

योग्या

राजबाला शर्मा ‘दीप’ अजमेर(राजस्थान) ******************************************************************************************** किसी कारणवश आज समाजशास्त्र के प्रोफेसर नहीं आए थे। अतः सभी विद्यार्थी उद्यान में बैठकर विचार-विमर्श कर रहे थे। तभी दूर बैठी लड़कियों को देखकर…

0 Comments

बोलो मत,सुनो!

दीपक शर्मा जौनपुर(उत्तर प्रदेश) ************************************************* बोलो मत,सुनो, कहो मत,देखो! जैसा हो रहा है,होने दो, नाशपाती को नाशपाती मत कहो, सेब कहोl क्योंकि, राजा ने कहा है मीडिया उसे सेब ही…

0 Comments

नारी

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* नारी रत्न अमूल्य धरा पर। ईश्वर रूप सकल सचराचर॥ राम कृष्ण जन्माने वाली। सृष्टि धर्म की सत प्रतिपाली॥ बेटी बहिन मात अरु दारा। हर प्रतिरूप मनुज…

0 Comments

लोक पर्व ‘गोबरधन’

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* 'गोधन पशुधन धन बड़े,कृष्ण बढ़ाये मान! व्यापक गोबरधन हुआ,करिये मान सुजान!!' 'गोवर्धन' को हम 'गोबरधन' भी कहते रहें तो क्या हानि है। गोवर्धन एक व्यापक शब्द…

0 Comments

दीप का कथन

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) ************************************************************** दीप का है कहना- कुम्भकार ने काया को सजाया, विश्व बाजार में बिकी काया सौदागर ने दाम लगाया, झट-पट थैले में ले आया। पुरातन समय मेरा…

0 Comments

मिलन के पर्व दीपावली का आध्यात्मिक महत्व

राजेश पुरोहित झालावाड़(राजस्थान) **************************************************** कार्तिक मास की अमावस्या को हम प्रतिवर्ष दीपावली का त्योहार मनाते हैं। भगवान श्री रामचन्द्र जी चौदह वर्ष के वनवास के बाद वापस इसी दिन अयोध्या…

0 Comments

दीप पर्व

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* माटी का दीपक लिया,नई रुई की बाति। तेल डाल दीपक जला,आज अमावस राति। आज अमावस राति,हार तम से क्यों माने। अपनी दीपक शक्ति,आज प्राकृत भी जाने।…

0 Comments