साहित्यकार अजय जैन विकल्प’ को मिलेगा दिल्ली में ‘कबीर कोहिनूर सम्मान-२०२४’

इन्दौर (मप्र)। साहित्यकार, जमीनी पत्रकार और सम्पादक (हिन्दीभाषा डॉट कॉम) अजय जैन 'विकल्प' को 'कबीर कोहिनूर सम्मान २०२४' के लिए चयनित किया गया है। हिन्दी सेवार्थ और उत्कृष्ट लेखन से…

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सुखद अनुभूति देता है ताजे और नरम शब्दों का स्पर्श-पद्मा सिंह

विमोचन... इंदौर (मप्र)। यह पुस्तक लेखिका के मन के भाव को प्रस्तुत करती है और जब ताजे और नर्म शब्दों को हमारे हाथ स्पर्श करते हैं तो एक सुंदर अनुभूति…

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शिव हरते कष्ट तमाम

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************************ श्री शिवाय नमस्तुभ्यम... जीवन में ख़ुशियाँ मिले, विनय करो स्वीकार।हे शिव भोला आपको, नमन करूँ शत् बार॥ सकल अमंगल दूर कर, शीघ्र बनाते काम।ऐसे भोलेनाथ…

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‘नोटबंदी’ की तरह हो राष्ट्रभाषा पर निर्णय-न्यायमूर्ति पंकज मित्तल

अधिवेशन... इटावा (उप्र)। राष्ट्रभाषा पर भी नोटबंदी की तरह निर्णय होना चाहिए। इसके लिए जनआंदोलन खड़ा किया जाए, ताकि सरकार निर्णय लेने को विवश हो।इटावा हिंदी सेवा निधि के ३१वें…

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नुकसान

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** कक्षा में आज अज्जू के प्रथम सत्र की परीक्षा का परिणाम दिखाया जाने वाला था। अज्जू के माता पिता व्यवसायिक होने के कारण काफी व्यस्त…

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राम जी मन में

रीता अरोड़ा ‘जय हिन्द हाथरसी’दिल्ली(भारत)****************************************************** राम मेरे मन में हैं,राम मेरे तन में हैराम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं,राम मेरे सर्वोत्तम हैं। राम मेरे सुख में हैं,राम मेरे दु:ख में हैंराम मेरे…

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नारी तेरे कितने स्वरूप !

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* नारी तेरे हैं रूप अनेक,ज्ञान, धन और विवेक। नारी तुम हो बड़ी महान,हर युग की तुम हो शान। त्याग, तपस्या व बलिदान,ममता की है…

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चरण-शरण में मुझको ले लो

अंजना सिन्हा ‘सखी’रायगढ़ (छत्तीसगढ़)********************************* झूठे सारे रिश्ते-नाते, सब माया रघुराई।चरण-शरण में मुझको ले लो,द्वार आपके आई॥ दशरथ नंदन राम दर्श इस, दासी को दे जाओ,करो कृपा हे रघुकुल भूषण, रूप…

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मानवता सर्वोच्च शिखर

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ विश्वास:मानवता, धर्म और राजनीति... मानवता सर्वोच्च शिखर है, मानव तुम आभास करो।तुम श्रृंगार स्वयं हो अपना, अपने पर विश्वास करो॥ यह है पावन धर्म तुम्हारा,जियो, सभी को जीने…

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रोजगार होना चाहिए

कवि योगेन्द्र पांडेयदेवरिया (उत्तरप्रदेश)***************************************** चाहते हैं आप यदि, उन्नत समाज बने,सुंदर सुशील व्यवहार होना चाहिए।ज्ञान का प्रकाश, चहुंओर हो प्रकाशमान,आचरण सभ्य, सदाचार होना चाहिए॥ जिसकी सुरक्षा हेतु, वीरों ने कटाया…

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