चड्डी का ग्लोबल होना

अरुण अर्णव खरे  भोपाल (मध्यप्रदेश) *********************************************************************** पूरे देश में इस समय शायद मैं सबसे ज्यादा खुशी का अनुभव कर रहा हूँ,जबसे मैंने पढ़ा है कि,चड्डीशब्द को ऑक्सफ़ोर्ड ने अपनी डिक्शनरी…

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लोकतंत्र में गिरने-गिराने की परम्परा

संदीप सृजन उज्जैन (मध्यप्रदेश)  ****************************************************** जैसे पीने-पिलाने वालों के मजे होते हैं,वैसे ही राजनीति में गिरने-गिराने के मजे होते हैं। राजनीति में गिराने वाला और गिरने वाला दोनों ही महान…

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‘बारिश-ए-दौरा’

सुनील जैन राही पालम गांव(नई दिल्ली) ******************************************************** ट्रेन का-बारिश का देर से आना और किसान का रोना कोई नई बात नहीं है। बारिश,किसान,कीचड़,जाम,सड़क का बह जाना, आदि-आदि नई बातें नहीं…

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वास्तु का नया फ़ण्डा

अरुण अर्णव खरे  भोपाल (मध्यप्रदेश) *********************************************************************** पहले लोग जब घर बनाते थे,या खरीदते थे तो उनकी प्राथमिकता होती थी घर में समुचित रोशनी हो,खुला-खुला हो,हवादार हो। बाद में वास्तु के…

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नहीं सुने वो सब गुने

संदीप सृजन उज्जैन (मध्यप्रदेश)  ****************************************************** सुख से सम्बन्धित बातें तो बहुत सारी की जा सकती हैं,लेकिन कुछ बातें अनुभव की की जाए तो उसका आनंद अलग है। लोग कहते हैं…

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अथ स्वरुचिभोज प्लेट व्यथा

नरेंद्र श्रीवास्तव गाडरवारा( मध्यप्रदेश) ***************************************************************** सलाद, दही बड़े, रसगुल्ले, जलेबी, पकौड़े, रायता, मटर पनीर, दाल, चावल, रोटी, पूरी के बाद... ज्यों ही मैंने प्लेट में पापड़ रखा, प्लेट से रहा…

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न घर के रहेंगे,न घाट के…

संदीप सृजन उज्जैन (मध्यप्रदेश)  ****************************************************** “मृत्यु जीवन का शाश्वत सत्य है,जीवन मिट्टी से मिट्टी तक की यात्रा है। अर्थी से पहले जीवन का अर्थ जान लें।“ ये बोध वाक्य हर…

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आओ कचरा करें

सुनील जैन राही पालम गांव(नई दिल्ली) ******************************************************** आओ कचरा करें। तू मेरा कचरा कर,मैं तेरा कचरा करुं और फिर उस कचरे को एक-दूसरे पर फेंक कर कचरा-कचरा खेलें। कचरा करना बुरा…

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आत्मविश्वास

वीना सक्सेना इंदौर(मध्यप्रदेश) ************************************************ मैं ईर्ष्या हूँ,मेरी बड़ी बहन का नाम है निंदा,और छोटी का चुगली। हमारा एक भाई भी है जिसे हम प्यार से तनाव कहते हैंl हम चारों…

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चूं चूं का जीत ए जश्‍न

सुनील जैन राही पालम गांव(नई दिल्ली) ******************************************************** चुनाव हो गया। चच्‍चा ने भी अपना दूसरा चक्‍कर पार्क का लगाया और बुढ़ापे को जवानी में बदलने वाले उसूल के तहत जूस का…

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