नून रोटी रोज़ खाते रह गए

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** नून-रोटी रोज़ खाते रह गये। पर कलम यूँ ही चलाते रह गये। इससे अच्छा हम चलाते फावड़ा, गीत ग़ज़लें ही बनाते रह गये। तालियों…

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माँ तो माँ होती है

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** माँ का आँचल सदा, स्नेह प्यार बरसात है। बड़ी ही खुश नसीब होते, जिन्हें ये प्यार मिलता है। माँ शब्द ही ऐसा है, जिसमें पूरा ब्रह्मण्ड…

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`लौह पुरूष` सरदार वल्लभभाई पटेल

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** फौजी का घर संस्कृति संस्कार का कुनबा परिवारl झावेर भाई-माँ लाड़ बाई ने जांबाज जज्बे जज्बात की औलाद को वल्लभ दिया नाम, वल्लभ झावेर…

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पेड़ बचाओ

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’ रावतसर(राजस्थान)  ********************************************************************************* जीना हो सुख से तो भाई पेड़ लगाओ, बच्चों जैसी कर रखवाली उन्हें बचाओ। बारिश भी होती है इन पेड़ों के दम से, हरी-भरी…

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सुभाष-भगत बन सबक सिखायेंगे

शशांक मिश्र ‘भारती’ शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) ************************************************************************************ मत समझो हम गांधीवादी हैं हरकतों को सहते ही जायेंगे, नित करोगे आतंकी अलगाव और हिंसा हम न कह पायेंगे। अब समय गया जो कबूतर…

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अमर विचार हो तुम

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’ बूंदी (राजस्थान) ****************************************************************** आजाद भारत के बिखराव में, एकता के बने सूत्रधार हो तुम। फौलाद इरादों से अटल रहे हो, लौह पुरुष सरदार हो तुमll…

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`लौह पुरूष` की गाथा

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) ************************************************************** लौह पुरुष की गाथा तुम्हें सुनाएं- गुजरात की पावन धरा पर जन्मा एक वीर महान, झावेर भाई पटेल का पूत माता लाड़बा देवी की सन्तान, अग्रज…

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भाई स्नेह की डोर

ममता बैरागी धार(मध्यप्रदेश) ****************************************************************** भैया पिता का रूप है, माता का स्वरूप। भाई से खुशियां मिलती, भाई स्वागत द्वार। भाई अच्छा मित्र होता, भाई से बढ़ कर कोई नहीं यह…

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लक्ष्मी का अवतार गाय

बोधन राम निषाद ‘राज’  कबीरधाम (छत्तीसगढ़) ******************************************************************** रक्षा करना गाय की,इनसे है संसार। वैतरणी की तारणी,पशुधन प्रण अपार॥ घी मक्खन दधि दूध से,मिले गाय से आज। गाय नहीं कुछ भी…

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इज़्ज़त की रोटी

अरुण कुमार पासवान ग्रेटर नोएडा(उत्तरप्रदेश) ******************************************************************* रोटी के टुकड़ों से पेट समझौता कर सकता है, पेट की आग नहीं। वो शोलों में तब्दील होने लगती है, इंतज़ार करने लगती है…

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