माँ का आँचल
मनीषा मेवाड़ा ‘मनीषा मानस’ इन्दौर(मध्यप्रदेश) **************************************************************** माँ! मुझे अब भी तेरा आँचल चाहिए, यह दुनिया मुझे बहुत सताती अब भी मुझे बचपन सा दुलार चाहिए, माँ! मुझे अब भी तेरा आँचल चाहिए। प्रेम,करुणा,दया का पाठ तूने सिखाया, अपनों ने उसको झुठलाया मुझे फिर भी सरलता का वो भाव चाहिए, माँ! मुझे अब भी तेरा आँचल … Read more