मन प्रभु में क्यों न लगाया !
मुकेश कुमार मोदीबीकानेर (राजस्थान)**************************************** अति सुन्दर भार्या मिली, पाई संस्कारी सन्तान,तेरा भी तन रूपवान, दौलत पाई कुबेर समान। अपने जीवन में तुमने, इतना सब-कुछ है पाया,फिर भी अपना मन तूने,…