हुस्न की फिजा

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** हुस्न की फिजा ज़रा,नीची रखिएआजकल दरख्तों के साए में,जुगनू बसते हैं। जहां दिखाई दे रही हैं,मखमली चादरदरअसल उस जगह परकाँटे बिछते हैं। छिपा है दिल में कोई…

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ऐ बादल जरा हौले से बरस

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* ऐ बादल जरा हौले से बरस,ताकि वो मेरे पास आ सकेथम जा, थोड़ा रुक जा कि,वो जल्दी से पहुँच सके। उनके आने की आहट,तेरी रिमझिम फुहारें…

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नाम ही नाम

सच्चिदानंद किरणभागलपुर (बिहार)**************************************** नाम को नाम का,नाम में नाम सेनाम की पहचान। जन्म के बाद,सुकर्म-धर्म की रेखाही यथोचित नामकरण,कराता व्यतीत जीवनपरिधि संस्कार के केन्द्र से,नाम के लिएनाम में‌ नाम का।…

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योग रखेगा पूर्ण निरोग

संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** प्रातः काल करें शारीरिक योग,स्वास्थ्य लाभ अकाट्य प्रयोगसुलभ योग करे हमें निरोग,योग साधना, अध्यात्म है योगमन-मस्तिष्क में जगे प्रयोग,स्वस्थ शरीर हो, भागे रोग,विश्व भी मांगे…

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पिंजरे के पंछी

सपना सी.पी. साहू ‘स्वप्निल’इंदौर (मध्यप्रदेश )******************************************** यह दुनिया इक पिंजरे सी,काया, माया के संबंध हैजब तक हम भौतिक देह,तब तक ही मोह बंधन है। हम आत्मा रूप में पंछी,एक दिन…

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रहस्य

डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** किसी कोश में संकलित नहीं है,सच्चाई बिल्कुल सही हैसमर्पण और ज्ञान से,परिपूर्ण रहने वालेसदैव याद रखे जाते हैं,ज़िन्दगी में पहली सीखबनकर सबको सही राह पर,चलने का हुनर बताते हैं।…

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एक और सावन…

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** जाने क्यों, सभी डरा रहे हैं मुझे,जिया में धुक-धुकी-सी मची हैबत्ती भी गुल है,बोतल से मिट्टी तेल का बनाया भम्भा,भक-भक कर जल रहा है। सांय-सांय करती पवन,हड़बड़ासी…

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आँख उठाने की जुर्रत मत करना

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** उत्तुंग शिखर नीरव हिमालय की वादियाँ,भय खाकर कोलाहल से घबराती हैये टोली दर टोली भीड़ उमड़ती,हिमालय में क्या करने आती है ? सरहदी सीमाओं को आज…

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बेल पत्र करिए अर्पण

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* श्री शिव से बड़े कोई नहीं हैं भैया,शिव बिना कोई ना पार करे नैयाकभी न भूलना, शिव हैं पालनहार,परम सत्य है, शिव करते हैं उद्धार। जो…

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बारिश…

कवि योगेन्द्र पांडेयदेवरिया (उत्तरप्रदेश)***************************************** बारिश का आनाकोई इत्तेफ़ाक नहीं है,बारिश बहुत सोच-समझ कर आती है।वर्षों से प्रेम का ताप सह रहेप्रेमी युगल को,ठंडक पहुंचाने के लिएबारिश आती है।धरती का चेहरा…

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