कवि हैं हम
मच्छिंद्र भिसे सातारा(महाराष्ट्र) ********************************************************************************** अच्छा हुआ नेता नहीं हूँ, जो चुनाव में भी चूना पान को नहीं, भोली जनता को लगाते हैं। हम सम्मान से नहीं, शब्दों से शान बढ़ाते हैं वह कवि हैं हम, जीवन सुख-दु:ख के गीत हम गाते हैं। नेता और कवि एक मंच पर जब भी मिलते हैं, एक वचनों से … Read more