परंपराओं का आग्रह भी और सम्मान भी

फिजी यात्रा:विश्व हिंदी सम्मेलन... भाग-७ 'विश्व हिंदी सम्मेलन' के उद्घाटन, समापन और अलंकरण सत्रों में फिजी और भारत के वरिष्ठ राजनेता उपस्थित रहे। फिजी के राष्ट्रपति ऊपर कोट पर टाई…

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भयावह से दिखने वाले चेहरों के पीछे छुपी कोमलता…

फिजी यात्रा:विश्व हिंदी सम्मेलन भाग-६ कहते हैं कि कला मनुष्य को मनुष्य से जोड़ती है। साहित्य और कला न केवल देशों की सीमाओं को पार कर जाते हैं, बल्कि वह…

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स्नेहसिक्त आतिथ्य की परम्परा उनके रक्त में

फिजी यात्रा:विश्व हिंदी सम्मेलन... भाग-५.. फिजी में मुक्त समय में हमारे लिए सर्वाधिक आकर्षण का केंद्र होते थे वहां के परंपरागत जनजातिय वेशभूषा वाले स्थानीय मूलनिवासी। उन लोगों का अत्यधिक…

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वह भ्रम पहली बार टूटा

फिजी यात्रा:विश्व हिंदी सम्मेलन... भाग-४.. इस पूरी यात्रा में एक बात सबसे अधिक प्रभावित कर गई कि, जिन राजनेताओं को हम अत्यधिक अहंकारी मान लेने का भ्रम पाल लेते हैं,…

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वैश्विक शान्ति के लिए हिन्दी बने विश्वभाषा

डॉ. मनोहर भण्डारीइंदौर (मध्यप्रदेश)*********************************** फिजी यात्रा-विश्व हिंदी सम्मेलन... फिजी के नांदी शहर में आयोजित बारहवें 'विश्व हिन्दी सम्मेलन' को सार रूप में देखें तो ऐसा ध्वनित और स्पष्ट प्रतीत होता…

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इच्छा को दबा नहीं पाया

फिजी यात्रा:विश्व हिंदी सम्मेलन.. भाग-३ जिस वाद्य की चर्चा मैंने पिछली जानकारी में की थी, उसे बजाने की इच्छा को मैं भी दबा नहीं पाया। मैं जानता हूँ मैं कोई…

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‘बुलाsssss’

फिजी यात्रा:विश्व हिंदी सम्मेलन... भाग-२.. फिजी की लगभग २० घंटे की यात्रा में मलेशिया के कुआलालमपुर में एक विराम हुआ। उस २ घंटे के विराम ने आधी यात्रा की थकान…

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साथ स्मरणीय बन गया

फिजी यात्रा:विश्व हिंदी सम्मेलन भाग-१ इंदौर से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचते ही आ. कुमुद शर्मा दीदी और युवा कवि प्रिय अमित शर्मा की टोली मिल गई। फिर तो मिले २७५ में…

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आमजन को कब मिलेगा हक ?

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** शहरातियत की धक्कम-पेल, ठेलम-ठेल, रेलम-रेल और तिकड़मबाजी तो आज से पहले खूब देखी और सुनी थी पर अस्पताल में भी ऐसा परिदृश्य होता होगा, कभी सोचा…

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ये क्या कम है !

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** यदि आप नहीं होते तो…(शिक्षक दिवस विशेष).... यदि आप नहीं होते तो आदर-सम्मान की परिभाषा कहाँ से सीख पाते एवं ज्ञानार्जन में वृद्धि भी नहीं हो पाती।…

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