आज अपना बसेरा बनाया

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) *********************************************************************** देखो माँ मैंने आज अपना बसेरा बनाया, तिनका-तिनका जोड़-जोड़ अपना घर बनाया। कभी भूखा न रहने देती,खाना रोज लाती थी, तुम नहीं खाती थी…

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तुम्हारे बिना कैसे बीता साल,किसे सुनाएं दिल का हाल…

कीर्ति राणा इंदौर(मध्यप्रदेश) ************************************************ वही चौराहे,वही गलियां,वही संगीत की महफिलें,वही भंडारे,वही भजन संध्या के आयोजन,वही शादी समारोह, शवयात्रा-उठावने,चाय की चर्चा वाले वही सारे ठीये और वही शहर...। बस कमी है…

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देखो आया है बसंत

प्रेमशंकर ‘नूरपुरिया’ मोहाली(पंजाब) **************************************************************************** देखो आया है बसंत, हुआ स्वर्ग जैसा भोर कितना कलरव का शोर, धरा ओढ़ रही सुनहरी चादर उषा की किरणें करतीं आदर, चल रही है मंद-मंद…

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`केवल` की पुस्तक ‘कैसा बेल्ला आया ऐ` सहित अन्य विमोचित

दिल्लीl सर्व भाषा ट्रस्ट की ओर से गांधी शांति प्रतिष्ठान(नई दिल्ली) में आयोजित वार्षिक उत्सव में प्रसिद्ध डोगरी तथा हिंदी कवि केवल कुमार `केवल` की पुस्तक 'कैसा बेल्ला आया ऐ'…

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समर्पण

डॉ.साधना तोमर बागपत(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** ममता की मूरत होती है माँ, समर्पण की सूरत होती है माँ। कंटक पथ में बिछा दे संतति, फिर भी सदा फूल बोती है माँ॥…

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हुआ नीड़ सूना

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** लुट गया मधुवन, हुआ वो नीड़ सूना। अब ना माली के, हृदय का घाव छूना। मधुप कलियों को, चले जाकर रुलाकर, उड़ गई कोकिला अधूरा…

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आदमी बाँटता है झूठ

डॉ. वसुधा कामत बैलहोंगल(कर्नाटक) ******************************************************************* आदमी बाँटता है झूठ, झूठे उसके वादे झूठा उसका दिलासा, झूठा उसका प्यारl झूठा एहसास, झूठ से भरा दिल कभी सच को, छिपाने के लिए…

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राष्ट्रहित धर्म का पहले पालन होना चाहिए

शशांक मिश्र ‘भारती’ शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) ************************************************************************************ संसद से पारित कानूनों का सम्मान होना चाहिए, सभी धर्म पंथ समुदायों का भी मान होना चाहिए सबसे ऊपर गौरवशाली मातृभूमि के लिए मित्रों- राष्ट्रहित…

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दलों की सत्ता लोलुपता और नैतिकता को तिलांजलि

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ बहादुरगढ़(हरियाणा) *********************************************************************** नैतिकता तो पहले ही राजनीति में गायब होती जा रही थी,अब सत्तालोलुपता में दिल्ली विधानसभा के चुनाव में प्रचार में मर्यादा की सभी सीमाएं लांघ…

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आँगन

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’ सोलन(हिमाचल प्रदेश) ******************************************************************* घर का प्रवेश द्वार है आँगन, बड़े-बूढ़ों के आराम का स्थान है आँगन। घर की स्त्रीयों के, लिए मेल-मिलाप का स्थान है आँगन।…

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