ब्रिटेन चुनाव:बोरिस जॉनसन के प्रचार हेतु हिंदी में बना चल चित्र गीत

ब्रिटेन l २०११ की जनगणना के मुताबिक़,ब्रिटेन की कुल आबादी क़रीब ६ करोड़ हैl इस आबादी में क़रीब २.५ फ़ीसदी भारतीय हैंl इस वजह से चुनावों में राजनीतिक पार्टियां ऐसे…

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अब अदालत से ही आशा

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** मुद्दा 'नागरिक संशोधन कानून'................... संसद ने किसी कानून को स्पष्ट बहुमत से पारित किया हो और उसके खिलाफ इतना जबर्दस्त आंदोलन चल पड़ा हो,ऐसा स्वतंत्र…

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गीत को जीते रहे

प्रदीपमणि तिवारी ध्रुव भोपाली भोपाल(मध्यप्रदेश) **************************************************************************** आचमन की तरह जो पीते रहे हम,ज़िन्दगी भर गीत को जीते रहे हम। पालने से गीत का संग,मातु के वात्सल्य में,माँ क्षीर संग पीते रहे…

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कैसा मानव अधिकार

डॉ.विद्यासागर कापड़ी ‘सागर’ पिथौरागढ़(उत्तराखण्ड) ****************************************************************************** पुलिस सिपाही चुप रहें, कैसा भारत यार। पत्थरबाजी हो गया, मानव का अधिकार॥ अरे सिपाही की यहां, सुनता कौन‌ पुकार। पत्थरबाजों के लिये, बने सभी…

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फूल की भूल

अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ******************************************************************** असल जीवन की यह कहानी ६ दिसम्बर १९५९ से सम्बद्ध है। सम्मान,अपमान और निष्कासन की एक ऐसी घटना घटी थी जिसने हर्ष-विषाद का समन्वित इतिहास…

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पुरुष और पुरुषत्व

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’ रावतसर(राजस्थान)  ********************************************************************************* जहां नारियां पूजी जाती, आज वहां कोहराम है क्यों ? कभी कलंकित हो ना नारी, लगता नहीं विराम है कर्मों ? बन बैठा है…

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इम्तिहान

सपना परिहार नागदा(मध्यप्रदेश) ********************************************************* इम्तिहानों का दौर जारी है, थोड़ा सब्र रखिये हालात कैसे भी हो, थोड़ा धैर्य रखिये। बुरा वक्त है, ये भी गुजर जाएगा उम्मीद का सूरज भी,…

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प्रेमावतार यीशु

गोपाल चन्द्र मुखर्जी बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************************ कंटीली राह में चल रहे हैं आप, सिर पर काँटो भरा ताज भूखा-प्यासा होकर होकर भी, ढो रहे हैं ख़ुद का मारन साजl चुभ…

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विरोध बिल्कुल अनुचित,बारीकी से पढ़ने की जरूरत

इलाश्री जायसवाल नोएडा(उत्तरप्रदेश) ******************************************************* मुद्दा `नागरिकता संशोधन कानून`............. 'नागरिकता संशोधन कानून' को आलोचक,नागरिक तथा लेखक की दृष्टि से पढ़ा। इस कानून के विषय में पढ़ने पर मुझे ज्ञात हुआ कि…

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कठपुतलियां

प्रीति शर्मा `असीम` नालागढ़(हिमाचल प्रदेश) ********************************************************************** कठपुतलियां हैं, जीवन के रंगमंच की। जुड़ी हैं जिन धागों से, जो सभी के धागों को नचाता है। किसी को, वो कठपुतली वाला नजर…

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