सामाजिक मूल्यों को पोषित करती कृति ‘सपनों के सच होने तक’

संदीप सृजन उज्जैन (मध्यप्रदेश)  ****************************************************** पुस्तक समीक्षा………………. एक कविता जितनी देर में पढ़ी या सुनी जाती है, उससे हजार गुना अधिक समय में वह कागज पर अवतरित होती है,और उससे भी हजार गुना समय उस विषय को चिंतन-मनन करने में कवि लगाता है। लब्ध प्रतिष्ठित कलमकार राजकुमार जैन ‘राजन’ की कविताओं का दूसरा संग्रह ‘सपनों … Read more

खुद को बनाना पड़ेगा भूतपूर्व नौजवान

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ बहादुरगढ़(हरियाणा) *********************************************************************** साठ वर्ष से ऊपर के हो गए तो क्या हुआ! अपने को बूढ़ा तो नहीं समझते न,समझना भी नहीं है। क्या कहा-लोग कहते हैं,लोगों की परवाह मत करो, लोगों का काम है कहना। अरे!सेवानिवृत्त ही तो हुए हो,थके तो नहीं। थकना भी नहीं है,जो काम स्वयं कर सकते हो,वह स्वयं … Read more

आंतरिक शक्ति से रचिए नया इतिहास

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ बहादुरगढ़(हरियाणा) *********************************************************************** शक्ति एक अहसास है,एक आभास है,अपने सम्पूर्ण होने के गर्व का,अधूरापन तो टूटन का ही प्रतीक है,उसको हर हाल में पूरा करने के प्रयास में जुटे रहकर विजय पा कर ही दम लेना है। हममें से कोई भी अपनी आंतरिक शक्ति के बल पर दिखने में अशक्त होते हुए भी … Read more

डरना नहीं,बचना है..

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ बहादुरगढ़(हरियाणा) *********************************************************************** ‘कोरोना’ की इतनी अधिक भयानक भयावहता ने तो यह बात तय ही कर दी है कि,आपको इस के डर के व्यापक प्रभाव से लम्बे समय तक घर में ही रहने के लिए अपने -आपको हर हाल में संकल्पबद्ध रखना है। इस डर का हाल देखिए कि इस डर ने,महा डर … Read more

खुशी में खुशी देखिए

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ बहादुरगढ़(हरियाणा) *********************************************************************** हर कोई खुश रहना चाहता है,पर कुछ अपनी खुशी में ही खुश रहना चाहते हैंl दूसरे की खुशी उन्हें उदास कर देती है,कई बार तो हताश कर देती है,करोड़पति-साधन संपन्न लोग अपनी चैन की नींद ही खो बैठते हैंl एकाएक इसी एहसास में खो जाते हैं कि,मेरे पास तो उसके … Read more

मैं,वो और बैंक:सख्ती-सजा जरुरी

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ बहादुरगढ़(हरियाणा) *********************************************************************** मैं,अर्थात आप ही की तरह साधारण जन, ग्राहक,उपभोक्ता तथा बैंक का सामान्य कर्मचारी व मध्यम स्तर तक का अधिकारी, जिसे अपनी ईमानदारी से कर्तव्य पालन करते हुए परिवार का भरण-पोषण करना है। ग्राहक व ये कर्मचारी अपनी पूंजी की सुरक्षा व ऋण ले कर जीवन स्तर को ऊंचा उठाने की … Read more

लोकतंत्र की मजबूती और कमजोर विपक्ष

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ बहादुरगढ़(हरियाणा) *********************************************************************** लोकतंत्र की सफलता,महत्व और उपयोगिता इसी में है कि वहाँ का हर नागरिक स्वयं को व्यवस्था का अटूट हिस्सा अनुभव करे। भारत जैसे विविधताओं से भरे राष्ट्र में यह बात और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है।प्रचंड बहुमत यदि आपको शासन अच्छी तरह चलाने का अवसर देता है, अपनी हर … Read more

वाणी का मोल अनमोल

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ बहादुरगढ़(हरियाणा) *********************************************************************** किसी ने ठीक ही कहा है-यह सच है कि जीभ में कोई हड्डी नहीं होती,पर यह गलत और अप्रिय बोलने पर आपकी हड्डियां तुड़वा सकती है। शब्दों के भी अपने ज़ायके होते हैं, परोसने से पहले चख लेने चाहिए। चखने में कमी रह जाए,जुबान कड़वी होने के कारण ही भाई-भाई,पति-पत्नी,सास-बहू,देवरानी- … Read more

वक्त की दरकार

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ बहादुरगढ़(हरियाणा) *********************************************************************** वक्त की दरकार है, वक्त को समझो तो बेड़ा पार है। वक्त ही वक्त आने पर, तरह-तरह का एहसास करा देता है। वक्त भी न जाने कब मुझे, यह कैसी पहेली दे गया है। उलझ कर रह जाने को जिंदगी, समझने को सारी उम्र दे गया है॥ सब ने खूब … Read more

काम की जीत से मुगालते दूर

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ बहादुरगढ़(हरियाणा) *********************************************************************** दिल्ली में आम आदमी पार्टी की प्रचंड एक सन्देश तो बहुत ही अच्छा दे रही है कि जनता काम चाहती है,परिणाम को प्रणाम करती है।सामाजिक सरोकार ही जनता चाहती है,उसे अपनी चिंता करने वाली सरकार चाहिए। राष्ट्रीय मुद्दे व स्थानीय मुद्दे में अन्तर को तो समझना ही होगा। इस बार … Read more