महँगाई
सुबोध कुमार शर्मा शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* अब तो सुन लो ओ कन्हाई, खूब बढ़ी है अब महंगाई धनवान अति धनी हुए हैं- निर्धन की है आफत आई। बूढ़ी माँ क्यों कराह रही है, भूखे बच्चे सुला रही है महँगाई दम तोड़ रही है- झूठी लोरी सुना रही है। कब तक यह परीक्षा लोगे, कब तक दारुण … Read more