बापू के बन्दर
प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) ************************************************************* बापू बन्दर तीन,बहुत ही धूम मचाते।उछले कूदे रोज,नाच को सभी नचाते॥ बुरा न देखो आप,सदा सबको बतलाते।कैसे बढ़े समाज,हमें वे राह दिखाते॥ सुन लो…