बोलते रहिए
बबीता प्रजापति झाँसी (उत्तरप्रदेश)****************************************** कुछ हाल ए दिल अपना भीसुनाते रहिए,खामोशियों के समंदर मेंगोते क्यों लगाते होवहम आइनों केबताते रहिए। सुना है हमनेखामोशियों से,डूब जाते हैं सारे रिश्तेलफ़्ज़ों में घोल के…