असुरक्षित बेटियाँ

गीतांजली वार्ष्णेय ‘ गीतू’ बरेली(उत्तर प्रदेश) ************************************************************************* हैदराबाद घटना-विशेष रचना.............. क्यों सो रहे हो कृष्णा,कलयुग के इस आँगन में, पनप रहे क्यों दुर्योधन,भारत माँ के आँचल में। कहाँ गया सुदर्शन…

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कछुआ और खरगोश

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) *********************************************************************** कछुए और खरगोश में, हुई बढ़िया रेस। बहुत घमण्डी था खरगोश, मारता था वह टेस। दोनों में एक बात चली, चलो लगाएँ रेस। हाथी…

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रणचंडी बन जाओ

डॉ.शैल चन्द्रा धमतरी(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** `निर्भया`,`प्रियंका` न जाने, कितनी लड़कियों पर होता रहेगा अत्याचार। कब होगा इन बलात्कारियों पर प्रहार! संस्कार धरा भारत भू का कहाँ गया संस्कार, राम-कृष्ण की धरा…

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नहीं है भविष्य प्लास्टिक में

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’  बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************* देखो धुँआ कैसे उड़ रहा, कहीं प्लास्टिक तो नहीं जल रहा। वायु मण्डल प्रदूषित हो रहा, मानव ही बीमारी से ग्रसित हो रहा। बाजार…

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टूटे ज़रा न आस

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’ कानपुर(उत्तर प्रदेश) ***************************************************** बाल न बांका हो कभी,टूटे ज़रा न आस। पालन हारे पर रखे,मानव जो विश्वासll झेलेंगे हमले नये,खान बाजवा पाक। सूतक की अब…

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नारी की अस्मत कब तक यूँ ?

डॉ.साधना तोमर बागपत(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** कब तक मानवता शर्मशार होती रहेगी ? नारी की अस्मत यूँ नीलाम होती रहेगी। सजा मिलेगी वहशी दरिन्दों को कब, पाप कब तक ये धरती…

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बचा लो पुरूषत्व का नाम

ममता बैरागी धार(मध्यप्रदेश) ****************************************************************** बन कर बेटी जन्म लिया, क्या गुनाह कर लिया। जिंदगी मुझसे रही, औरों को मैंने जीवन दिया। फिर क्यों समाज नहीं लेता, मुझको जीने नहीं देता।…

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आत्म बोध की आत्मा का महात्मा

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** द्वैष,दंभ,घृणा नहीं, युद्ध की दे दी एक नई परिभाषा। हिंसा,हत्या,घाव, छल-छदम प्रपंच नहीं मानव को मानवता से प्रेरित, बता दी एक नयी सभ्यता। गीता…

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हममें है दम

गरिमा पंत  लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************** ३ दिसम्बर 'विकलांग दिवस' विशेष......... हिम्मत से जंग जीत सकते हैं हिम्मत हो तो हम, हर जंग जीत सकते हैं। चाहे हो दिव्यांग भी, हिमालय का…

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अस्तित्व की खोज में

डॉ. सुरेश जी. पत्तार ‘सौरभ बागलकोट (कर्नाटक)  ************************************************************************* नजर चुराते, किनारहीन जीवन सागर में छोटी-बड़ी लहरों से टकराते, आकस्मिक ज्वार-भाटों से डरते। आकलन से परे गहराई के डर से, अष्ट…

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