खिल उठता प्रेम
संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** मौसम की बहारों पर चल,मंदिरों के आँगन चलपेड़ों के सहारे चल,प्रतीक्षालय के तले चलखिल उठता प्रेम। मोबाइल के संग,बाजारों की दुकानों के संगत्योहारों के संग,किसी बहाने के…