अमेरिकी राष्ट्रपति ने दिया हिंदी को सम्मान

डॉ. एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’ मुम्बई(महाराष्ट्र) *************************************************************** स्वतंत्रता के पश्चात विदेशों में या अपने देश में विदेशी नेताओं के सम्मुख हमारे यहाँ अंग्रेजी में बोलने का ही रिवाज रहा। जिस प्रकार…

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आजादी के मतवाले ‘आजाद’

गीतांजली वार्ष्णेय ‘ गीतू’ बरेली(उत्तर प्रदेश) ************************************************************************* चंद्रशेखर आजाद शहीद दिवस स्पर्धा विशेष……….. आजाद हवा में महक है आजादी के मतवाले की, दास्तां हम सुनाते हैं आजाद,हिन्द निराले की। मादरे…

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‘आजाद’ रहा आज़ाद

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** चंद्रशेखर आजाद शहीद दिवस स्पर्धा विशेष……….. तिवारी बनकर पैदा हुआ, गया जो आजाद बनकर। अपना नाम आजाद और, पिता को स्वतन्त्रता बताकर। पन्द्रह वर्ष…

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शेखर की कुर्बानी

दीपक शर्मा जौनपुर(उत्तर प्रदेश) ************************************************* चंद्रशेखर आजाद शहीद दिवस स्पर्धा विशेष……….. जिस धरती पर राणा जी ने घास की रोटी खायी है, पर शत्रु के आगे कभी कायरता नहीं दिखायी…

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नहीं भूल सकते हम ऐसे वीरों की कुर्बानी

निशा गुप्ता  देहरादून (उत्तराखंड) ************************************************************* चंद्रशेखर आजाद शहीद दिवस स्पर्धा विशेष........... शीशे का खिलौना समझा तुमने,वो फ़ौलादी सीना था, शूल बैनों से नहीं डरता जो अंगारों से खेला था। नित-नित…

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संगीत नाटक अकादमी के सहयोग से शिलांग में ‘चन्द्र-ग्रहण’ मंचित

शिलांग(मेघालय)। संगीत नाटक अकादमी (नई दिल्ली)के सहयोग से पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी(शिलांग)द्वारा रविवार २३ फरवरी को मउफलांग के जवाहर नवोदय विद्यालय परिसर में खासी लोक साहित्य पर आधारित नाटक 'चन्द्र-ग्रहण' का…

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फागुन के रंग

सुलोचना परमार ‘उत्तरांचली देहरादून( उत्तराखंड) ******************************************************* फ़ागुन के रंग में रंगा आसमां, धरती मुस्काए है चहुँऒर। रंगीं दिशाएं सभी यहां पर, ख़ुशी में नाचे मन का मोर। फ़ूल खिले हैं…

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फिसल गयी जिंदगी…

सुनील चौरसिया ‘सावन’ काशी(उत्तरप्रदेश) *********************************************** समय की रेत पर फिसल गयी जिंदगी, देखते ही देखते में ढल गयी जिंदगी। करवटें बदल-बदल सोया निश दिन, अंत में करवट बदल गयी जिंदगी।…

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एहसास

उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश)  *************************************************** सोचा था एक होंगे हम,यही सोच लिए जा रहा हूँ, सदभाव तो आदत है मेरी,यही मैं जिए जा रहा हूँ। जाना था कहीं,कहीं और चले…

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हिमालय की चोटी

विजय कुमार मणिकपुर(बिहार) ****************************************************************** हिमालय की ऊँची चोटी, छू के भी देखो लक्ष्य का पीछा, करके भी देखो। जीत होगी तुम्हारी, तुम मिल के भी देखो आगाज ये हमारा, बुलन्दी…

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