संघर्ष ही सत्य

डॉ.अशोकपटना(बिहार)*********************************** ज़िन्दगी उलझनों से भरपूर,संसार हैहरपल यहां संघर्ष का,दिखता बड़ा बाजार है। सफलता के लिए,संघर्ष का साथ पुराना हैसफलता का इतिहास,संघर्ष के सफ़र को,सफलता की सही,राह सबने माना है। संघर्ष…

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मुलाकात

विद्या होवालनवी मुंबई(महाराष्ट्र )****************************** बीते दो-चार लम्हे,जो खूबसूरत यादें बन बैठेउनको ताजा कराने,एक मुलाकात जरुरी है। बिन कहे,थोडी-सी हँसी,थोड़ी-सी झिझकथोड़ा-सा शर्माना,थोड़ा-सा फसाना,यूँ ही आँखों ही आँखों में समानेके लिए एक…

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साथ चलना ही मुनासिब

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* हर क़दम निश्चित सफलता चाहते हैं।हम सलीक़ा औ सरलता चाहते हैं। अब नहीं कोई गरलता चाहते हैं।हम नहीं हरगिज़ विफलता चाहते हैं। भूल कर…

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करती वह त्याग सदा

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* रचनाशिल्प:अरविन्द सवैया ८ सगण और लघु के योग से छन्द बनता है। १२,१३ वर्णों पर यति होती है और चारों चरणों में ललितान्त्यानुप्रास होता है। ११२…

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खूब लिखो

शशि दीपक कपूरमुंबई (महाराष्ट्र)************************************* लिखो,लिखो खूब लिखो,हाथों से लिखोलेकिन मस्तिष्क से सोचो मत,विचार प्रवाह हैनिस्सरित होता जाएगा शब्दों में,आखिर बिना कुछ दिएनिरुत्तर हुए,लिखो,लिखो,खूब लिखो कह जाएगा। लिखो,लिखो खूब लिखो,हाथों से…

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दहेज फिर क्यों साथ में !

गुरुदीन वर्मा ‘आज़ाद’बारां (राजस्थान)******************************** कलेजे का टुकड़ा,तुम्हें दे दिया है,अब यह दहेज फिर,किस बात मेंकतरा लहू का,तुम्हें दे दिया है,अब यह दहेज फिर,क्यों साथ में। अपने लहू से,यह सींचा है…

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बाती दीपक में जले

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************** बाती दीपक में जले,करे तिमिर को दूर।जीवन करे प्रकाशमय,रंग भरे भरपूर॥रंग भरे भरपूर,प्रकाशित ये जग सारा।जले तेल के साथ,करे तन मन उजियारा॥कहे 'विनायक राज',जले दीपक…

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कर्म ही सफलता का मन्त्र

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* घना कोहरा आगे अंधेरा,नज़र कुछआता न हो,हो अवसाद व तनाव और कुछ भाता न हो।पर मत सोचना फिर भी नकारात्मक विचार-जो सकारात्मक ऊर्जा जीवन में लाता न…

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प्यार पहनना चाहती है

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** नारी और जीवन (अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस)…. नेह भरे काँच की चूड़ियों में,कौड़ियों में मगन रहने वाली नारीगूंजे मूंगे पर मचलने वाली नारी,प्यार पहनना चाहती है…। जड़ाऊ कंगन…

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राम की दुलारी

संदीप धीमान चमोली (उत्तराखंड)********************************** नारी और जीवन (अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस)…. राम की दुलारीवो राम की ही प्यारी थी,कभी बेटियाँ तोकभी बहू हमारी थी। गर्भ में जो मारीवो बहुत ही न्यारी थी,कभी…

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