एकांत

संदीप धीमान चमोली (उत्तराखंड)********************************** प्रथम चरण एकांत काधड़कन मेरी सुना रहा,धुन देह क्रिया का मेरीमंद-मंद गुनगुना रहा। सांकल से बांधा जीवनखूंटा घर का द्वार हो,लोभ-प्रलोभ मानो जैसेतेरी खरपतवार हो। यज्ञोपवित की…

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सताना ना

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** न दे ताना,सुनो जानाजरा बैठो,तभी जाना। न याराना,हमें मानासुनाओ ना,वही गाना। बने साना,बहाना नाकरो ऐसे,चले आना। सताना ना,रुलाना ना।दिवाने हैं,भुलाना ना॥ परिचय–ममता तिवारी का जन्म १अक्टूबर १९६८…

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फिर टेसू मुस्काया…

एम.एल. नत्थानीरायपुर(छत्तीसगढ़)*************************************** ठूँठ हो चुके पेड़ पर ही,फिर छाई हरियाली हैऋतुओं ने अंगड़ाई ली,हर तरफ खुशहाली है। पीताम्बरी परिधान पहने,हवाओं में गुनगुनाते हैंलाल केसरिया रंगों को,लिए टेसू मुस्कराते हैं। कोयल…

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सृष्टि की रचनाकार हो

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)*********************************************** नारी और जीवन (अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेष).... तुम केंद्र तुम धुरी,तुम सृष्टि की रचनाकार हो,तुम धरती पर मूरत प्रभु की साकार हो।तुम जगत जननी हो,तुम संसार रचयिता-माँ…

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इंक़िलाब आने दो

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* कुछ तो अच्छा जनाब आने दो।नींद के साथ ख़्वाब आने दो। सब्ज़ परचम सदा रखो ऊँचा,अब नहीं इज़्तिराब आने दो। बन्द कर दो दुकानदारी…

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एक मुसाफिर लिए तिरंगा

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)*************************************** एक हाथ में लिए तिरंगा दूजा वेद कुरान लिए,एक मुसाफिर घूम रहा है दिल में हिंदुस्तान लिए। जन हित निज सर्वस्व छोड़ जो देश देश में…

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ताजमहल-भारत का गर्व

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* अमर मुहब्बत की कथा,है भावों का नूर।शाहजहाँ ने रच दिया,ताजमहल भरपूर॥ बेग़म पर सब वारकर,दिया सुखद उपहार।शाहजहाँ ने कर दिया,रोशन यह संसार॥ थी बेग़म दिल…

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नारी हो सहधर्मिणी

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *************************************** पढ़ी-लिखी ये नारियाँ,मानस बदल विचार।नर नारी सम भूमिका,चलता है परिवार॥ नारी के सम्मान में,देव खुदा का वास।मरघट है नारी बिना,गृहलक्ष्मी आवास॥ अम्ब सखी बन…

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रूप का प्याला

डॉ. अनिल कुमार बाजपेयीजबलपुर (मध्यप्रदेश)*********************************** छलकते रूप का प्याला,बना ये चाँद-सा मुखड़ा,लगे जैसे उतर आया,हसीं इक ख़्वाब का टुकड़ा।गगन के चाँद-तारे भी,तुम्हारे रूप पर मोहित,गुलाबी से अधर तेरे,सुनहरे रूप पर…

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नया सवेरा आएगा

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) *************************************** रचनाशिल्प:मात्राभार -३०,यति -१६,१४,पदांत-२२२.... अब 'कोरोना' बीमारी का,शीघ्र अंत हो जाएगा।दु:ख की काली घटा छँटेगी,नया सवेरा आएगा॥ भुगता है बीते वर्षों से,इसने डेरा डाला था।अब भी इसके…

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