महारथी सारथी सुमन्त

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* सादर नमन आपको है,हे सारथी सुमन्त,श्रीराम चन्द्र के हृदय में,घर बनाया तुरन्त। पिताश्री के मित्र थे,पुत्र के बने सारथी,स्वार्थ नहीं था,नि:स्वार्थ भाव का सारथी। अयोध्यावासी सब…

0 Comments

शांति ही स्वीकार करो

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** रूस-यूक्रेन विशेष..... मानव होकर मानव वध से,हरदम तुम इंकार करो,जीव हत्या तो जघन्य पाप है,शांति ही स्वीकार करो…। बनो पुजारी अहिंसा के,मन में तुम यह ध्यान धरो,दुरुपयोग…

0 Comments

युद्ध नहीं सदा समाधान

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* रूस-यूक्रेन विशेष.... युद्ध चाहे शक्ति का प्रदर्शन,युद्ध मतभेद का हो सुलझनहोता है सदा ही विध्वंसकारी,नहीं होता युद्ध कभी समाधान। नहीं चाहता युद्ध आम आदमी,जानता है…

0 Comments

विश्व में फैले हिन्दी

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** जग में है जी भाषा अनेक,पर लगती एक ही प्यारी हैइसके अलावा न भाता कोई,हिन्दी हमारी सबसे न्यारी है। जग में है जी अनेक मंच,नहीं…

0 Comments

शिव शंकर अनुभूति मन

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *************************************** शिवरात्रि विशेष.... सोमनाथ सौराष्ट्र में,करुणाकर अवतार।चारु चन्द्र धर शिखर शिव,गंगाधर संसार॥ उच्च शिखर श्रीशैल पर,प्रमुदित देव निवास।पूज्य मल्लिकार्जुन सदा,बाघम्बर कैलास॥ अकाल मृत्यु रक्षक प्रभु,मोक्ष…

0 Comments

ॐ नमः शिवाय

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** हे महादेव महिपाल हे,शिव मृत्यु का महाकाल हेआराधन शिवाले करते,नार नर बाल आबाल हे। औघड़ करे अभय ताल हे,त्रिनेत्र कुपित भूचाल हेहो प्रसन्न,नटराज नृत्यचले रूष्ट तांडव चाल…

0 Comments

जोश में उपवन

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* शीत है कम,ताप भाता,जोश में उपवन हुए,सब दिलोंं में प्रीति है,सबके रसीले मन हुए।आज पल बहका रहा,नित कोयलों के गान हैं-ज़िन्दगी है रस भरी,अहसास वाले…

0 Comments

आये हैं संसार में

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)*********************************************** आये हैं संसार में,करने हैं कुछ काज।दीपक बन जलता रहे,रखने कुल की लाज॥रखने कुल की लाज,काम कुछ ऐसा करना।मातु-पिता भगवान,कष्ट इनके हैं हरना॥कहे 'विनायक राज',हँसी…

0 Comments

लक्ष्मण शक्ति प्रसंग

डॉ. अनिल कुमार बाजपेयीजबलपुर (मध्यप्रदेश)*********************************** मेघ सा वो नाद करके, हँस पड़ा था जोर से,तू बचेगा अब कहाँ से,भाग जा रण छोड़ केदर्प से सीना फुलाकर, बुदबुदाने वो लगा,बाण अपना…

0 Comments

अहिंसा का पाठ

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*********************************************** रूस-यूक्रेन विशेष.... आखिर क्यों हिंसा का,पाठ पढ़ाया जाता हैक्यों स्वार्थ की खातिर,लोगों को बरगलाया जाता है। क्या खूब खिले थे यूक्रेन के लोग,कमल के पुष्प की तरहलड़…

0 Comments