‘अमृत काल’ में नारी का जीवन भी अमृतमय बने

ललित गर्ग दिल्ली************************************** 'अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस' विशेष.... महिलाओं की भागीदारी को हर क्षेत्र में बढ़ावा देने और महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने के लिए हर वर्ष…

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आस्तित्व के लिए संघर्ष जारी रखें महिलाएँ

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ अस्तित्व बनाम नारी (महिला दिवस विशेष)... 'निर्भया' कांड के बाद से वर्तमान समय में ऐसा सैलाब उमड़ पड़ा है कि, नारी सुरक्षा को लेकर हर…

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‘मोती’ हिंसक उत्पाद ?

डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’इन्दौर (मध्यप्रदेश)**************************************** ‘मोती’ या मोतियों से बनी माला प्रायः सभी लोगों ने अवश्य देखी होगी। मटर के दाने के बराबर गोल-गोल सफेद दूधिया रंग के चमकदार पत्थर…

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अधिकतम मतदान… एक क्रांतिकारी शुरूआत

ललित गर्ग दिल्ली************************************** प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकतंत्र के महाकुंभ चुनाव में पहली बार मतदाता बने युवाओं से कीर्तिमान संख्या में मतदान का आग्रह किया है। अधिकतम संख्या में मतदान…

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शिक्षा और जनाधिकार के प्रति जागृति अपेक्षित

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* वस्तुत:, भ्रष्टाचारी सांसद- विधायक के चुने जाने पर पार्टी जिम्मेदार है, या आम आदमी ?, यह एक गंभीर और विचारणीय प्रश्न है। अब भी…

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स्वार्थ त्यागो, वन्य जीवों की रक्षा जरूरी

ललित गर्ग दिल्ली************************************** 'विश्व वन्य जीव दिवस' (३ मार्च) विशेष... अपने स्वार्थ के लिए प्रकृति का अंधाधुंध दोहन करने में डूबे इंसान को अब यह अंदाजा ही नहीं रह गया…

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‘इंडिया गठबंधन’ भाजपा के लिए चुनौती बनना मुश्किल

ललित गर्ग दिल्ली************************************** अंधेरों एवं निराशा के गर्त में जा चुके एवं लगभग बिखर चुके 'इंडिया गठबंधन' के लिए कुछ अच्छी खबरों ने जहां उसमें नए उत्साह का संचार किया…

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जैसे को तैसा

प्रो. लक्ष्मी यादवमुम्बई (महाराष्ट्र)**************************************** एक शहर में राजवीर नाम का व्यक्ति था, जो बहुत ही घमंडी था। उसे अपने पिता रघुवीर जी के ज़िला अधिकारी होने का बहुत ज़्यादा घमंड…

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भारत:समृद्धि के शिखर एवं गरीबी के गड्ढे…विडम्बना

ललित गर्ग दिल्ली************************************** वैश्विक संस्था 'ऑक्सफैम' ने अपनी आर्थिक असमानता रिपोर्ट में समृद्धि के नाम पर पनप रहे नए नजरिए, विसंगतिपूर्ण आर्थिक संरचना एवं अमीरी-गरीबी के बीच बढ़ते फासले की…

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‘युवा नशेड़ी…’ ऐसा ऊल-जलूल कब तक बोलोगे युवराज ?

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** अखिल भारतीय कांग्रेस के भविष्य युवराज यानि राहुल गांधी ने एक बार फिर अपनी राजनीतिक अपरिपक्वता का देशव्यापी उदाहरण प्रस्तुत किया है। वाराणसी में जनसभा में युवाओं…

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