संग चंदा-तारे रहिए
बबीता प्रजापति झाँसी (उत्तरप्रदेश)****************************************** छत पर आज,तारों से मुलाकात हुईटिमटिमाते-जगमगाते,अम्बर पर जैसे बरसात हुई। कल्पनाओं के पंख खोले,जैसे कोई खड़ा हो छत परबता रहा हो अपनी माँ को,एक-एक तारा गिनकर। घुप्प…