महाराणा प्रताप सच्चे श्रावक

श्रीमती अर्चना जैन दिल्ली(भारत) *************************************************************** ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. महाराणा प्रताप मेवाड़ के महान हिंदू शासक थे। सोलहवीं शताब्दी के राजपूत शासकों में महाराणा प्रताप ऐसे शासक थे,जो अकबर को लगातार मात देते रहे । महाराणा प्रताप का जन्म राजस्थान के कुंभलगढ़ में ९ मई १५४० ईसवीं को हुआ था। महाराणा प्रताप की … Read more

शौर्य प्रतीक महाराणा प्रताप

गोपाल मोहन मिश्र दरभंगा (बिहार) ******************************************************************************** ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. अकबर की इस बात से हर कोई हैरान था, प्रताप को झुकाने के लिए आधा हिन्दुस्तान देने को तैयार थाI पर मेवाड़ी सरदार को अपनी स्वतन्त्रता से प्यार था, इसलिए उसकी लालच भरी शर्त से इन्कार थाI हल्दीघाटी के युद्ध में, प्रताप की … Read more

हल्दी घाटी

बाबूलाल शर्मा सिकंदरा(राजस्थान) ************************************************* ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. सदी सोल्हवीं मुगल काल में, अकबर का भारत पर राज। झुके बहुत राजे रजवाड़े, माना मुगल राज सरताजll आन मान मेवाड़ धरा का, गढ़ चित्तौड़ अनोखी शान। उदय सिंह मर्यादा पाले, बप्पा रावल वंश महानll स्वाभिमान मेवाड़ी अखरा, कुपित हुआ अकबर सुल्तान। पन्द्रह सौ अड़सठ … Read more

वह प्रताप था,अडिग रहा

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. एक-एक करके झुक गए थे, सब जिसके दरबार में। नाकों चने चबवाए लेकिन, मुगलों को प्रताप ने। बदल रहा इतिहास तभी तो पाठ्यक्रम में आज है। महानता का अकबर के सर नहीं, प्रताप के सर रखो ताज है। हल्दी घाटी के आँगन में, … Read more

महाराणा यानि ज्वाला श्रेष्ठता-त्याग की

जीवनदान चारण ‘अबोध’   पोकरण(राजस्थान)  ****************************************************************** ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. भारतीय इतिहास में राजपूताने का गौरवपूर्ण स्थान रहा है। यहां के रणबांकुरों ने देश,जाति, धर्म तथा स्वाधीनता की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने में कभी संकोच नहीं किया। उनके इस त्याग पर संपूर्ण भारत को गर्व रहा है। वीरों की इस भूमि … Read more

चढ़ चेतक रणबाँकुरा

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’ बेंगलुरु (कर्नाटक) **************************************************************************** ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. अमर वीर गाथा वतन,चित्तौड़ी सन्तान। महाराणा प्रताप थे,गौरव यश वरदान॥ भारत माँ प्रिय लाड़ला,आज़ादी सरताज़। लड़ा मुगलिया सल्तनत,महायुद्ध आगाज़॥ तजा राज वन वन फिरा,भोजन रोटी घास। तन मन धन माँ भारती,शत्रु दमन विश्वास॥ महाबली गंभीर वह,महायोध रणधीर। चढ़ चेतक रणबाँकुरा,आकुल भारत वीर॥ … Read more

मेवाड़ मुकुट

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. राजपूताना ऐतिहासिक पृष्ठ भूमि, रक्त स्राव की धारा घाव की पीड़ा। युद्ध भूमि का पराक्रम,साहस,शक्ति,शौर्य की प्रतिष्ठा, परिभाषा पहचान,शान,स्वाभिमान संग्राम का सांगा राणा। सूरमा रण का रणंजय,महारथी,मृत्युंजय सांगा राणा मेवाण मुकुट का नगीना, राजपूताना संस्कृति संस्कार युग गूंज शंखनाद माटी का कण-कण गवाह। … Read more

महाराणा प्रताप:मानवता रक्षक

बोधन राम निषाद ‘राज’  कबीरधाम (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. माटी राजस्थान की,कुंभलगढ़ था स्थान। पिता उदयसिंह गेह में,जन्में वीर महान॥ जयवंता ममतामयी,माता की संतान। वीर पराक्रम के धनी,स्वाभिमान इंसान॥ मुगलों की आधीनता,उसको आय न रास। साहस शौर्य प्रधानता,स्वाभिमान थे पास॥ ‘कीका’ सम्बोधित करे,बचपन का था नाम। कुँवर वीर मेवाड़ के,अतुलित बल … Read more

महाराणा और अकबर बनाम `महाभारत`

डॉ.पूर्णिमा मंडलोई इंदौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************** ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. महाराणा प्रताप और मुगल बादशाह अकबर के बीच `हल्दी घाटी` का युद्ध कौरव और पांडवों के बीच `महाभारत` युद्ध की तरह ही विनाशकारी सिद्ध हुआ। इन दोनों ही युद्ध में बहुत सी समानताएं थीं,जैसे-मुगलों के पास कौरव के समान सैन्य शक्ति अधिक थी,तो महाराणा प्रताप … Read more

महाराणा प्रताप और उनकी शौर्य गाथा

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** ‘महाराणा प्रताप और शौर्य’ स्पर्धा विशेष………. विषय प्रवेश- मेवाड़ का शेर,जिसे न सोने की हथकड़ियाँ बाँध पायी,न आँधियाँ रोक पायी,न जीवन के संघर्ष झुका पाए,और न ही आपदाओं की बिजलियाँ अपने पथ से डिगा सकी। अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए जिसने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। भारतीय संस्कृति और … Read more