सर्द हवाएँ

संजय वर्मा ‘दृष्टि’  मनावर(मध्यप्रदेश) ************************************************************* सर्द हवाओं से मत पूछो, बिखेरे क्यों ये रंग हजारl मौसम ये अपने मिजाज, दिखते रंग सर्द में आजl ठंडी हवा झोंकों-सी इक पैगाम दे…

0 Comments

निःशब्द हूँ `दिशा`

पंकज भूषण पाठक ‘प्रियम’ बसखारो(झारखंड) *************************************************************************** निःशब्द हूँ `दिशा` क्या कहूँ ? यह भारत है जहाँ आतंकवादियों को भी, बचाने को वकील खड़ा हो जाता है फिर तो तुम्हारे गुनहगार…

0 Comments

हद से अपनी गुज़र गया कोई

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’ कानपुर(उत्तर प्रदेश) ***************************************************** इश्क़ सीने में धर गया कोई। दर्द ही दर्द भर गया कोई। आज होकर निडर गया कोईl प्यार पाकर निखर गया कोई।…

0 Comments

दर्द भरी यादें

गरिमा पंत  लखनऊ(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************** कुछ सूखे पत्ते किताबों में मिले, तेरी याद दिला गए। मेरे दिल की गहराइयों से पूछो, कितना याद आते हो तुम, अब तेरे बिन रहा जाता…

0 Comments

मार डाला…

संदीप 'सरस' सीतापुर(उत्तरप्रदेश) ******************************************************************* मुश्किलों से बच गए थे राहतों ने मार डाला। लक्ष्य को मेरे,सरलतम अवसरों ने मार डाला। दिल लगाना चोट खाना चोट खाकर मुस्कुराना, अंततः मुझको मेरी…

0 Comments

जनसंख्या

बोधन राम निषाद ‘राज’  कबीरधाम (छत्तीसगढ़) ******************************************************************** देखो कैसे बढ़ रही, जनसंख्या विकराल। अगर नहीं रोका गया, बन जायेंगे काल॥ बन जायेंगे काल, परेशानी तब भारी। कुछ तो करो खयाल,…

0 Comments

यह कैसा है परिवर्तन

सुबोध कुमार शर्मा  शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* यह कैसा है परिवर्तन, यह कैसा जग का नर्तन जहाँ नित नारी मिटती, होता नित नारी मर्दन। कब तक शोर मचायेंगे, क्रूरता कैसे मिटायेंगे कैसे…

0 Comments

मुझे भी जीने का हक

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’ जमशेदपुर (झारखण्ड) ******************************************* युगों-युगों से तुम कहते, देवी मान कभी हो पूजते माता सखी बहन प्रेयसी, कितने रुपों में मैं जीती। गर्भ में तुम्हें धारण कर,…

0 Comments

राष्ट्र प्रेम…

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ एक कामना- दिल में राष्ट्रप्रेम, की हो भावनाl    राष्ट्र ही शक्ति- देशहित मरना, राष्ट्र की भक्तिl    लुटाते जान- राष्ट्रप्रेम के लिए,…

0 Comments

भारत की पहचान है हिंदी

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ******************************************************* जान,मान एवं शान है हिंदी। भारत की पहचान है हिंदी। अन्य भाषाऐं भी अच्छी हैं, पर उत्तम मिष्ठान है हिंदी। अति सरल…

0 Comments