काबिले तारीफ

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** रीना बचपन से ही बहुत शांत स्वभाव की थी। उसका यह स्वभाव माँ के लिए बड़ी परेशानी की वजह थी, चूंकि पढ़ने-लिखने में बहुत अव्वल होने के…

0 Comments

कलम की जगह कम्प्यूटर नहीं ले सकेगा बेटा

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** "कलम की जगह कम्प्यूटर कभी नहीं ले सकेगा बेटा," दादा जी ने कहा और वे यह बात बताते समय एकदम भावुक हो गए। कहने लगे कि आजकल…

0 Comments

गाँवों का कायाकल्प

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* "बेटा सोमू! तुमने अपनी पढ़ाई पूरी कर ली, रिजल्ट भी आ गया।अब तुम ज़ल्दी से कोई काम करने लग जाओ, तो मैं यह खेत साहूकार को…

0 Comments

प्रकृति की चेतावनी

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** "दादी! आप कहती हो ना अखबार पढ़ा करो। खबरें सुना करो। आजकल मैं भी रोजाना अखबार भी पढ़ता हूँ। खबरें सुनता हूँ। अब मेरी जनरल नाॅलेज भी…

0 Comments

अनमोल वक्त

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** नेहा के माता-पिता दफ्तर की व्यस्तता के कारण बेटी को बिल्कुल समय ना दे पाते, जिससे उसकी देख-रेख की जिम्मेदारी उन्होंने आया (रिया) को सौंप रखी थी,…

0 Comments

जल तो जान है

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* राकेश शरद से बहुत दिन से उसके साथ उसके गाँव चलने के लिए कह रहा था, तो इस बार छुट्टियों में शरद तैयार हो ही गया।…

0 Comments

नई तारीख

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)***************************************************** चंद्रप्रकाश शर्मा हाईकोर्ट में जज थे। अचानक एक दिन उनकी तबियत खराब हुई, और वे हमेशा की तरह अपने डॉक्टर मित्र विशाल के पास गए।…

0 Comments

नौकरी

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** राधा पढ़ाई में शुरू से ही सदा अव्वल रही, लेकिन पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी ना होने के कारण वह आगे की पढ़ाई जारी रखने में असमर्थ…

0 Comments

इतना बड़ा झूठ

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** माता-पिता ने बेटी महक की शादी शरीफ़ से करने का फैसला कर लिया, परन्तु परीक्षा निकट होने के कारण विवाह तिथि तय नहीं हो सकी।अचानक एक दिन…

0 Comments

सावन सोमवार

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** "माँ,माँ..." १८ वर्षीया बेटी रिया दौड़ती हुई आई और बोली- "ये श्रावण मास के सोमवार का इतना महत्व क्यों है ? मैंने देखा कि भीड़ की भीड़…

0 Comments